राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मेंबर सेक्रेटरी लेफ्टिनेंट जनरल (से.नि.) सैयद अता हसनैन ने कहा कि आगामी चारधाम यात्रा के दौरान यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एनडीएमए और यूएसडीएमए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा उत्तराखण्ड के लिए ही नहीं बल्कि पूरे देश के लिए महत्वपूर्ण आयोजन है। लाखों की संख्या में देश-विदेश से श्रद्धालु चारधाम यात्रा के लिए आते हैं। हमारी कोशिश है कि प्रत्येक यात्री चारधाम यात्रा कर सुरक्षित अपने घर को लौटे। इसी उद्देश्य से गृह मंत्रालय के निर्देश पर एनडीएमए और यूएसडीएमए द्वारा 24 अप्रैल को चारधाम यात्रा पर केंद्रित मॉक ड्रिल का आयोजन किया जा रहा है।
फर्जी पंजीकरणों को रोकने के लिए आधार पंजीकरण अनिवार्य
पर्यटन विभाग के संयुक्त निदेशक योगेंद्र गंगवार ने बताया कि डुप्लीकेसी तथा फर्जी पंजीकरणों को रोकने के लिए इस बार आधार आधारित पंजीकरण की व्यवस्था की गई है। इससे जो लोग एक से अधिक बार रजिस्ट्रेशन करा लेते हैं, उस पर रोक लगेगी। साथ ही फर्जी रजिस्ट्रेशन भी नहीं होंगे। इसके अलावा कैमरों के जरिये हैड काउंट किया जाएगा, जिससे कितने यात्रियों ने दर्शन कर लिए हैं, इसका रियल टाइम डाटा भी प्राप्त हो सकेगा।
यात्रा मार्ग के मौसम की जानकारी देगा आईएमडी
मौसम केंद्र देहरादून के वैज्ञानिक रोहित थपलियाल ने बताया कि यात्रा मार्ग के लिए 7 दिवसीय मौसम पूर्वानुमान, चारों धामों के लिए पांच दिवसीय मौमस पूर्वानुमान, धामों तथा यात्रा मार्ग के लिए तीन घंटे का मौसम पूर्वानुमान यानी नॉवकास्ट जारी किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि मौसम विभाग ने चारधाम यात्रा रूट को 12 सेक्टर में विभाजित किया गया है।
यात्रियों के लिए पुख्ता व्यवस्थाएं
बीकेटीसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विजय थपलियाल ने बताया कि बीकेटीसी द्वारा यात्रियों की सुविधाओं के दृष्टिगत व्यापक तैयारियां की गई हैं। उन्होंने बताया कि कपाट खुलने पर यात्रियों के ऊपर पुष्प से वर्षा की जाएगी। दर्शन के लिए कतार में खड़े यात्रियों के लिए मैटिंग की व्यवस्था की गई है, ताकि उन्हें ठंड न लगे। जलपान तथा गर्म पानी की भी निशुल्क व्यवस्था की गई है। रेलिंग लगाकर घाटों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं ताकि कोई हादसा न हो।
परिदृश्य देकर परखीं तैयारियां
टेबल टॉप एक्सरसाइज के दौरान एनडीएमए के प्रमुख सलाहकार मेजर जनरल सुधीर बहल ने 24 अप्रैल को होने वाली मॉक ड्रिल को लेकर यात्रा मार्ग से जुड़े जनपदों को आवश्यक निर्देश दिए। मॉक ड्रिल के आयोजन को लेकर जनपदों की तैयारी पर विस्तार से चर्चा की गई तथा आवश्यक सुझाव व दिशा-निर्देश दिए गए। इस दौरान उन्होंने कुछ घटनाओं के परिदृश्य देकर जनपदों की तैयारियों को परखा। उन्होंने भूस्खलन, बाढ़, भूकंप, हेलीकॉप्टर दुर्घटना, एवलांच, भीड़ तथा भगदड़ आदि का परिदृश्य देकर यह समझने की कोशिश की कि जनपद इन आपदाओं का सामना किस प्रकार करेंगे।