चतुर्थ केदार रुद्रनाथ के कपाट विधि विधान से शीतकाल के लिए बंद हो गए हैं। वहीं 24 अक्तूबर को दशहरा के दिन बदरीनाथ धाम के कपाट बंद करने के शुभ मुहूर्त की घोषणा की जाएगी।
चतुर्थ केदार रुद्रनाथ के कपाट विधि विधान से शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए हैं। भगवान रुद्रनाथ की जयकारों के साथ उत्सव डोली गोपीनाथ मंदिर के लिए रवाना हुई। बीते दो दिनों से हुई बर्फबारी के बाद आज धूप खिली तो श्रद्धालुओं को भी दिक्कतों की सामना नहीं करना पड़ा।
बुधवार को उच्च हिमालय में स्थित चतुर्थ केदार रुद्रनाथ के कपाट विधि विधान से सुबह 8:00 बजे शीतकाल के लिए बंद किए गए। मुख्य विकास अधिकारी डॉक्टर ललित नारायण मिश्र ने भी रुद्रनाथ मंदिर में पहुंचकर भगवान रुद्रनाथ के दर्शन किए।
वहींं 24 अक्तूबर को दशहरा के दिन बदरीनाथ धाम के कपाट बंद करने के शुभ मुहूर्त की घोषणा की जाएगी। जबकि 15 नवंबर को भैया दूज के दिन केदारनाथ धाम और यमुनोत्री धाम के कपाट बंद होंगे। गंगोत्री मंदिर समिति ने 14 नवंबर को गंगोत्री धाम के कपाट बंद करने की तिथि तय कर दी है।