पीजीआई चंडीगढ़ को 2200 करोड़ रुपये का बजट मिला है। इस बार वेतन मद पर 1500 करोड़ की राशि आवंटित की गई है। पिछले साल के मुकाबले 50 करोड़ रुपये की वृद्धि की गई है। इस वर्ष भी स्वच्छता कार्य योजना पर 10 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
पीजीआई को वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए 2200 करोड़ का बजट आवंटित किया गया है, जो पिछले वर्ष के बजट से 73 करोड़ ज्यादा है। इस बार सबसे ज्यादा 50 करोड़ रुपये वेतन मद में आवंटित किए गए हैं। पिछले वर्ष सबसे ज्यादा बजट संपत्ति के निर्माण के लिए दिए गए थे।
पीजीआई प्रशासन के अनुसार पिछले वर्ष संपत्ति के निर्माण के लिए 343.1 करोड़ रुपये आवंटित किए गए थे, जो इस बार महज सात करोड़ ज्यादा यानी 350 करोड़ दिए गए हैं। इसके पीछे का मुख्य कारण यह माना जा रहा है कि पीजीआई व इससे संबंधित अन्य जगहों पर निर्माणाधीन ज्यादातर कार्य लगभग पूरे हो चुके हैं। इसमें मुख्य रूप से ऊना, फिरोजपुर और संगरूर में संस्थान के उपग्रह केंद्रों के साथ ही पीजीआई परिसर में निर्माणाधीन न्यूरो साइंसेज सेंटर और मदर एंड चाइल्ड केयर सेंटर का निर्माण कार्य लगभग पूरा होना है।
ऐसे में निर्माण कार्य के बजाय सरकार ने वेतन मद में बजट बढ़ाते हुए पिछले वर्ष की तुलना में इस बार 50 करोड़ रुपये ज्यादा आवंटित किए हैं। पिछले वर्ष वेतन मद पर 1450 करोड़ दिए गए थे, जो इस वर्ष 1500 करोड़ हैं। वहीं सामान्य मद जिसमें उपकरणों के मरम्मत, रखरखाव व संस्थान के अन्य छोटे-मोटे कार्य शामिल है, उसमें 20 करोड़ की वृद्धि करते हुए 370 करोड़ आवंटित किए गए हैं, जो पिछले वर्ष 350 करोड़ था। वहीं पिछले दो वर्षो की तरह इस वर्ष भी स्वच्छता कार्य योजना के लिए 10 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं।
पीजीआई के लिए बजट आवंटन (करोड़ में)
| मद | 2023-24 | 2024-25 |
| वेतन मद | 1450 | 1500 |
| सामान्य मद | 350 | 370 |
| निर्माण कार्य | 343 | 350 |
| स्वच्छता मद | 10 | 10 |
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