गेस्ट हाउस पर बुलडोजर चलवाने की धौंस देकर व्यापारी से रंगदारी मांगने का मामला सामने आया है। आरोपी ने खुद को सीएम का सिक्योरिटी स्टाफ बताकर व्यापारी को फोन किया और दस हजार रुपये की मांग की। व्यापारी ने आरोपी को धर्मशाला चौकी के पास बुलाया और बातों में उलझाकर पुलिस को सूचना दे दी। पुलिस ने आरोपी को मौके पर पकड़ लिया। आरोपी पर पुलिस ने जालसाजी, रंगदारी मांगने की धारा में केस दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है।
बताया जा रहा है कि आरोपी ने व्यापारी से इसके पहले एक बार रुपये वसूल लिए थे। पकड़े गए आरोपी की पहचान पिपराइच के समस्तपुर मुड़िला निवासी अजय मोदनवाल उर्फ रवि के रूप में हुई है।
जानकारी के मुताबिक, कृष्णा गेस्ट हाउस के मालिक दुर्गेश कुमार वर्मा ने केस दर्ज कराया है। उनका कहना है कि बीते आठ नवंबर को एक व्यक्ति ने खुद को सीएम की सिक्योरिटी का कर्मी बताकर उनके मोबाइल पर फोन किया। बोला-तुम्हारे गेस्ट हाउस पर टीम आई है, जो जांच कर रही है, तत्काल आकर 10 हजार रुपये दे दो, जांच बंद हो जाएगी नहीं तो गेस्ट हाउस पर बुलडोजर चल जाएगा।
वह 10 हजार रुपये का प्रबंध कर टीम से मिलने के लिए गए तो धर्मशाला स्टैंड के पास एक व्यक्ति मिला, जिसे वह पहचान गए। वह बीते 12 अक्तूबर को भी उन्हें डरा-धमका रुपये ले चुका था। व्यापारी को फर्जीवाड़े का शक हुआ तो उन्होंने उस शख्स को बातों में उलझाकर धर्मशाला पुलिस चौकी को सूचना दे दी।
व्यापारी के मुताबिक, आरोपी ने रुपये न देने पर गालीगलौज करते धमकाया। उसने धमकी दी कि उसे जान से मारकर लाश गायब करवा देगा। इसी दौरान धर्मशाला चौकी से पुलिस आ गई और आरोपी पकड़ा गया।
पहले भी हो चुकी हैं इस तरह की घटनाएं
2017 में सीएम का ओएसडी बताकर पीपीगंज के तत्कालीन चेयरमैन गंगा जायसवाल से भी रंगदारी मांगी जा चुकी है। मामला खुलने पर पुलिस ने केस दर्ज कर कार्रवाई की थी। इसके बाद फिर मंत्री और सीएम का करीबी बताकर कुछ महीने पहले दबाव बनाने का मामला सामने आया है। पुलिस ने तब भी आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेजा था।
एसपी सिटी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने कहा कि पीड़ित व्यापारी की सूचना पर पुलिस ने रंगदारी मांगने वाले आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। केस दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।