जम्मू कश्मीर के मुद्दे पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार सुबह एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई है. इस बैठक में भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा और पार्टी के महासचिव बीएल संतोष भी मौजूद हैं.
इनके अलावा, बैठक में जम्मू कश्मीर इकाई के भाजपा अध्यक्ष रवींद्र राणा, पूर्व डिप्टी सीएम कवींद्र गुप्ता भी शामिल हैं. संभावना जताई जा रही है कि अमित शाह, जम्मू कश्मीर को लेकर आज कोई बड़ा और कड़ा फैसला ले सकते हैं.
बीती 3 जुलाई को जम्मू और कश्मीर में छह माह के लिए राष्ट्रपति शासन आगे बढ़ा दिया गया था, जिसकी मियाद दिसंबर में समाप्त हो जाएगी. सियासी गलियारों में चर्चा है कि निर्वाचन आयोग इस वर्ष के अंत तक जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनाव करा सकता है. अमित शाह बीते दिनों इस बात के संकेत भी दे चुके हैं कि केंद्र सरकार चुनाव के लिए तैयार है, निर्वाचन आयोग जब चाहे राज्य में विधानसभा चुनाव कराने का निर्णय ले सकती है.
विधानसभा चुनाव से पहले जम्मू कश्मीर में पार्टी की पैठ मजबूत करने के लिए गृह मंत्री अमित शाह पार्टी कोरग्रुप की बैठक बुलाई हैं. जिसमें जम्मू कश्मीर के नेताओं को भी बुलाया गया है. सियासी गलियारों में चर्चा इस बात की भी है कि इस बैठक के दौरान घाटी में अनुच्छेद 35 A को हटाने और राज्य में उसके प्रभाव को लेकर भी घाटी के नेताओं के साथ बात हो सकती है.