गूगल ने सहभागिता के माध्यम से मध्य प्रदेश के एक छोटे से गांव में रहने वाली अंकिता के सपने को पूरा करने का जिम्मा उठाया है, जो डॉक्टर बनना चाहती है। इसके लिए अंकिता को 25,000 अमेरिकी डॉलर (लगभग 20,32,037 लाख रुपये) की सहायता दी जा रही है।
पूरा होगा अंकिता का सपना
मध्य प्रदेश के छोटे से गांव पात्री की रहने वाली अंकिता धुर्वे डॉक्टर बनना चाहती है। उसके सपनों को पूरा करने के लिए गूगल ने सहभागिता का रास्ता चुना है। Google.org परिवार एजुकेशन सोसायटी के साथ मिलकर ऐसी 200 लड़कियों की सहायता कर रहा है।
गूगल भारत के वाइस प्रेसीडेंट और कंट्री हेड संजय गुप्ता का कहना है कि किसी भी गांव, कस्बे या फिर भाषा को बोलने वाले भारतीय को सीखने का समान अवसर मिलना चाहिए। इसके लिए शिक्षा और टेक्नॉलॉजी तक पहुंच सुलभ करना आवश्यक है। कंपनी ने महामारी और अन्य आपदाओं के दौरान भी समाज के प्रति अपना सार्थक योगदान दिया था।
उल्लेखनीय है कि भविष्य के लिए स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली और असम के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राशन, स्वच्छता किट इत्यादि के माध्यम से घरेलू खाद्य सुरक्षा को बहाल करने वाले संगठनों की सहायता की जा सके।