निर्दलीय विधायक धर्मेंद्रसिंह वाघेला ने गुरुवार को गुजरात विधानसभा की सदस्यता से अपना इस्तीफा दे दिया। उन्होंने घोषणा करते हुए कहा कि वह जल्द ही अपने समर्थकों के साथ भाजपा में वापसी करेंगे।
वडोदरा जिले की वाघोडिया विधानसभा से विधायक वाघेला ने अपना इस्तीफा देने के पीछे का मकसद भी बताया। उन्होंने कहा कि इस्तीफे के पीछे का मकसद देश में ‘राम राज्य’ स्थापित करने के प्रयास में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के हाथों को मजबूत करना है।
विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा से की थी बगावत
वाघेला उन तीन निर्दलीय उम्मीदवारों में से एक हैं जिन्होंने 2022 गुजरात विधानसभा चुनाव जीता था। विधानसभा चुनाव से पहले वह भाजपा में थे, लेकिन टिकट नहीं मिलने के कारण उन्होंने पार्टी से बगावत कर दी। इसके बाद वाघेला ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा और भाजपा के अश्विन पटेल को 14,000 से ज्यादा वोटों से हराया।
स्पीकर ने वाघेला का इस्तीफा स्वीकार किया
वाघेला ने गुरुवार की सुबह गांधीनगर में विधानसभा अध्यक्ष शंकर चौधरी को अपना इस्तीफा सौंपा। स्पीकर ने उनके इस्तीफे को स्वीकार कर लिया। धर्मेंद्रसिंह वाघेला के इस्तीफे को आगामी लोकसभा चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है।
सलाह लेने के बाद दिया इस्तीफा- वाघेला
इस्तीफा देने के बाद मीडिया से बात करते हुए वाघेला ने कहा कि वह जल्द ही भाजपा में शामिल होंगे। उन्होंने कहा, “मैंने अपने निर्वाचन क्षेत्र के लोगों से परामर्श करने के बाद यह निर्णय लिया है। मैंने इस्तीफा दे दिया है क्योंकि मैं देश में राम राज्य स्थापित करने के प्रयास में पीएम मोदी और अमित शाह के हाथों को मजबूत करना चाहता हूं।”
उन्होंने कहा, भाजपा ने मुझे कुछ देने का वादा नहीं किया है, चाहे वह गुजरात सरकार में मंत्री पद हो या दोबारा नामांकन और न ही मैंने कोई मांग रखी है।”
Live Halchal Latest News, Updated News, Hindi News Portal