गुजरात में कोरोना के बढ़ते खतरे के बीच मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने एक महत्वपूर्ण बयान दिया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि गुजरात सहित देश में कोरोना के मामलों में लगातार तेजी देखी जा रही है. इसीलिए गुजरात में कोरोना पर काबू पाने के लिए टीकाकरण की गति को बढ़ाने का फैसला किया गया है. यही नहीं लोगों में चल रही लॉकडाउन की दहशत के बीच गुरुवार को उन्होंने साफ कर दिया कि गुजरात में अभी लॉकडाउन लगाने की कोई योजना नहीं है.
मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने कहा कि गुजरात में रोजाना डेढ़ लाख लोगों को टीका दिया जा रहा है. जिसे बढ़ाकर 3 लाख करने का टारगेट रखा गया है, लेकिन गुजरात में कोरोना के दैनिक मामलों में लगातार बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है. कोरोना पर काबू पाने के लिए परीक्षण की संख्या बढ़ाने का फैसला किया गया है. साथ ही आरटीपीसीआर टेस्ट को बढ़ाने की बात भी कही गयी है.
मुख्यमंत्री विजय रूपाणी का कहना है कि फरवरी में कोरोना के दैनिक मामलों में दर्ज की जाने वाली गिरावट के बाद लोग कोरोना को लेकर लापरवाह हो गए थे. जिस वजह से अब दैनिक 1100 तक मामले सामने आने लगे हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में अभी लॉकडाउन की कोई योजना नहीं है और आने वाले दिनों में भी लॉकडाउन लागू करने की कोई योजना नहीं है. उन्होंने भरोसा दिलाते हुए कहा कि लोगों को परेशान होने की जरूरत नहीं है. हम पहले भी ऐसे हालात से गुजर चुके हैं.
इतना ही नहीं उन्होंने गुजरात में चल रहे स्कूल कॉलेज को लेकर कहा कि स्कूल-कॉलेजों के बारे में हम आज एक बैठक करने जा रहे हैं, जिसमें जरूरी और सही निर्णय लिया जाएगा कि स्कूलों को जारी रखा जाए या नहीं. वहीं उन्होंने यह भी बताया कि बैठक में परीक्षा रद्द करने का भी निर्णय लिया जाएगा.
इसके साथ ही पीएम मोदी के साथ होने वाली वर्चुअल बैठक में सीएम रूपाणी ने बताया कि राज्य के चार महानगरों में 31 मार्च तक रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक कर्फ्यू लागू रहेगा. कोरोना पर काबू पाने के लिए रेलवे स्टेशन और हवाई अड्डों पर आने वाले यात्रियों की जांच को सघन कर दिया गया है.
इस दौरान जिन लोगों में कोरोना का लक्षण दिखता है ऐसे लोगों को तत्काल आवश्यक उपचार सुविधा प्रदान किया जा रहा है. बैठक ने यह भी आश्वासन दिया कि कोरोना पर काबू पाने के लिए केंद्र सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों को राज्य में ठीक से लागू किया जाएगा.