परप्रांत के लोगों के गुजरात से पलायन के मुद्दे पर वडोदरा युवा कांग्रेस के उपाध्यक्ष तोहिद आलम खान ने सोशल मीडिया पर गुजराती समाज को धमकी दी, जिसके तुरंत बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। उधर मानवाधिकार आयोग ने अन्य प्रांत के लोगों से मारपीट को गंभीरता से लेते हुए सरकार से 20 दिन में रिपोर्ट मांगी है।
गुजरात से परप्रांतियों के पलायन के मामले में सोशल मीडिया में 8 अक्टूबर को एक वीडियो वायरल कर युवक कांग्रेस के उपाध्यक्ष तोहिद आलम ने गुजराती समाज को धमकी दी है। पुलिस ने इसी आधार पर उसकी धरपकड़ की है। तोहिद ने वडोदरा की एमएस यूनिवर्सिटी से एमबीए किया है तथा गोरवा इलाके में रहता है।
उधर, गुजरात मानवाधिकार आयोग की अध्यक्ष न्यायाधीश अभिलाषा कुमारी ने बिहार व उत्तर प्रदेश के लोगों पर हमले व उनके पलायन के मामले में राज्य के मुख्य सचिव डॉ. जे एन सिंह और पुलिस महानिदेशक शिवानंद झा को नोटस भेजकर 20 दिन में जवाब मांगा है। आयोग ने पूछा है कि इस मामले में पुलिस-प्रशासन ने उनकी सुरक्षा और गुजरात में शांति व्यवस्था के लिए क्या कदम उठाए।
अखिल भारतीय हिन्दी भाषी उत्थान संघ के अध्यक्ष उपेंद्रसिंह भदौरिया ने उत्तर भारतीयों पर हमले की निंदा करते हुए कहा है कि उत्तर भारतीय भयभीत न हों। सरकार और पुलिस उनके साथ है तथा उन्हें किसी भी तरह की मदद, रहने, खाने और मेडिकल सुविधा की आवश्यकता हो तो वह संस्था से संपर्क कर सकते हैं। उनका कहना है कि हर रोज पांच से दस हजार श्रमिक गुजरात छोड़ रहे हैं, अब तक 50 हजार से अधिक लोग बिहार और उत्तर प्रदेश लौट चुके हैं।
गुजरात ठाकोर सेना और ओबीसी एकता मंच ने उत्तर भारतीयों के मामले में उपमुख्यमंत्री नीतिन पटेल पर निशाना साधा है। ठाकोर सेना के नेता और कांग्रेस विधायक धवलसिंह झाला का कहना है कि स्कूल कॉलेज में प्रवेश के लिए मूल निवास प्रमाण पत्र को लेकर उत्तर भारतीयों के खिलाफ चलाए गए आंदोलन के नेता उपमुख्यमंत्री के करीबी हैं।
भाजपा प्रवक्ता भरत पंड्याने प्रवेश के मुद्दे को अलग बताते हुए कांग्रेस को गुजरात के युवाओं का विरोधी बताया है। भरत पंड्या ने कहा कि इससे कांग्रेस की गुजरात विरोधी मानसिकता उजागर हो गई है। वहीं वरिष्ठ नेता आई के जाडेजा ने कहा कि कांग्रेस के पास कोई मुद्दा नहीं है इसलिए वे राज्य में प्रांतवाद को बढावा दे रही है।