मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज गुजरात दौरा पर हैं। आज उन्होंने वहां नर्मदा जिला में सरदार सरोवर प्रांगण में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ पर पुष्पांजलि की।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज देश के पहले उप प्रधानमंत्री और गृहमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल की मूर्ति ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ पर पुष्पांजलि अर्पित की। उन्होंने वहां पर विश्व की सबसे ऊंची मूर्ति पर हेलीकाप्टर से पुष्पांजलि की। उनके साथ गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी थे।
‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ के नाम से नर्मदा जिले के सरदार सरोवर बांध से करीब 3.5 किमी की दूरी पर साधु-बेट टापू पर बनी यह विश्व की सबसे ऊंची (182 मीटर) मूर्ति है। इसका अनावरण 31 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया।
अनावरण के बाद हर राज्य के मुख्यमंत्रियों को गुजरात सरकार ने अलग-अलग दिन ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ को पुष्पांजलि अर्पित करने के लिए आमंत्रित दिया था। इसी क्रम में आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ वहां पहुंचे। पिछले दिनों योगी आदित्यनाथ को आमंत्रण देने वहां के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी लखनऊ आए थे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को वहां पर गुजरात सरकार के साथ कई योजना पर वार्ता करनी है। उनके साथ उत्तर प्रदेश के मंत्रियों व अधिकारियों का एक प्रतिनिधिमंडल भी है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कल राजस्थान के दौरे पर जाएंगे। शाम को वह लखनऊ लौट आएंगे। इसके बाद रविवार को ‘ज्ञान कुंभ’ में भाग लेने हरिद्वार जाएंगे। छह नवंबर को वह अयोध्या जाकर वहां ‘दीपोत्सव’ में भाग लेंगे।
दीपावली पर वनटांगियां और मुसहरों को दे सकते हैं सौगात
सात नवंबर को बीते दस वर्ष की तरह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की दीपावली के दिन की शुरुआत गोरखपुर में जंगल तिकोनिया की वनटांगिया बस्ती से होगी। वहां वह बस्ती के बच्चों संग दीपावली की खुशियां बांटेगे। इस मौके पर वह वनटांगिया, मुसहरों, घुमंतू, थारू जाति एवं जनजाति के लिए कोई बड़ी घोषणा भी कर सकते हैं।
सितंबर में हुई बैठक में उन्होंने ग्राम्य विकास विभाग को निर्देश दिया था कि वह बुंदेलखंड, सोनभद्र में संभावित वनटांगिया गांवों का परीक्षण करा लें ताकि इनको राजस्व गांव घोषित किया जा सके। यह भी निर्देश दिया था कि कुशीनगर, महराजगंज, इलाहाबाद आदि जिलों में मुसहर, नेपाल की सीमा पर थारू और अन्य घुमंतू जातियों का भी डाटा तैयार किया जाए ताकि इनको विकास की मुख्य धारा में जोड़ा जा सके। उम्मीद है कि दीपावली पर इनको भी कोई बड़ी सौगात मिले।