क्राइम ब्रांच ने बताया कि केंद्रीय जीएसटी से शिकायत मिलने के बाद फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट का लाभ उठाकर सरकार को धोखा देने के इरादे से चल रही फर्जी फर्मों और कई व्यक्तियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी।
जीएसटी घोटाले में अहमदाबाद क्राइम ब्रांच ने गुजरात के एक वरिष्ठ पत्रकार को गिरफ्तार किया है। पत्रकार पर फर्जी दस्तावेजों के जरिये पत्नी और पिता के नाम पर बोगस फर्म बनाने और संदिग्ध लेन-देन का आरोप है। पुलिस उपायुक्त (अपराध) अजीत राजियन ने कहा कि पूछताछ के बाद पत्रकार महेश लंगा को अपराध शाखा ने मंगलवार सुबह गिरफ्तार किया।
डीसीपी ने कहा कि केंद्रीय जीसएटी विभाग ने जाली दस्तावेजों का उपयोग करके महेश लंगा की पत्नी और पिता के नाम पर बनाई गई फर्जी फर्मों में कुछ संदिग्ध लेन-देन पाया था। क्राइम ब्रांच ने बताया कि केंद्रीय जीएसटी से शिकायत मिलने के बाद फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट का लाभ उठाकर सरकार को धोखा देने के इरादे से चल रही फर्जी फर्मों और कई व्यक्तियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी।
इसके बाद क्राइम ब्रांच ने गुजरात की आर्थिक अपराध शाखा के साथ मिलकर अहमदाबाद, जूनागढ़, सूरत, खेड़ा और भावनगर समेत राज्य भर में 14 अलग-अलग जगहों पर छापेमारी की। क्राइम ब्रांच ने कहा कि फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट का लाभ उठाकर सरकारी खजाने को चूना लगाने के लिए देश भर में 200 से अधिक फर्जी फर्में बनाई गईं थीं। कर चोरी के लिए ऐसी फर्मों के निर्माण के लिए जाली दस्तावेजों और पहचान का उपयोग किया गया था।
अफसरों ने कहा कि एक बड़ा ग्रुप जाली बिलों और दस्तावेजों के जरिये देश को करोड़ों रुपये की वित्तीय हानि पहुंचाने की साजिश पर काम कर रहा है। क्राइम ब्रांच ने ध्रुवी एंटरप्राइज, ओम कंस्ट्रक्शन, राज इंफ्रा, हरेश कंस्ट्रक्शन कंपनी और डीए एंटरप्राइज समेत कई फर्मों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। बता दें कि हाल ही में देश में बड़े पैमाने पर फर्जी फर्म बनाकर इनपुट टैक्स क्रेडिट का लाभ उठाने के मामले जीएसटी विभाग के सामने आए हैं। विभाग को बड़ी संख्या में बोगस फर्में मिली हैं। इन लगातार केंद्रीय जीएसटी विभाग कार्रवाई कर रहा है।