गुजरात के एक सर्जन दम्पती ने शुक्रवार को माउंट एवरेस्ट (Mount Everest) फतह करने के साथ ही एक नया कीर्तिमान स्थापित किया। समाचार एजेंसी पीटीआइ की रिपोर्ट के मुताबिक डा. हेमंत ललितचंद्र लेउवा और उनकी पत्नी डा. सुरभिबेन हेमंत लेउवा ने एवरेस्ट फतह करने वाला पहला भारतीय चिकित्सक दम्पती बनने का रिकार्ड बनाया। यही नहीं एक अन्य पर्वतारोही ने बिना पूरक आक्सीजन (supplemental oxygen) के ही दुनिया की चौथी ऊंची चोटी को फतह करने में कामयाबी पाई।
नेपाल की मीडिया ने शनिवार को स्टोरी एडवेंचर के प्रबंध निदेशक ऋषि भंडारी के हवाले से बताया कि डा. हेमंत ललितचंद्र लेउवा (Dr Hemant Lalitchandra Leuva) और उनकी पत्नी डा. सुरभिबेन हेमंत लेउवा (Dr Surbhiben Hemant Leuva) शुक्रवार की सुबह साढ़े आठ बजे 8,849 मीटर ऊंची माउंट एवरेस्ट की चोटी पर पहुंचे। इन्होंने दुनिया की सबसे ऊंची चोटी (Mt Everest) को फतह करने वाले पहले भारतीय चिकित्सक दम्पती का रिकार्ड अपने नाम किया।
समाचार एजेंसी पीटीआइ की रिपोर्ट के मुताबिक डा. हेमंत (Dr Hemant Lalitchandra Leuva) एनएचएल निगम मेडिकल कालेज (NHL Municipal Medical College) में सर्जरी के प्रोफेसर हैं। डा. हेमंत की पत्नी सुरभि गुजरात विद्यापीठ में प्रमुख चिकित्सा अधिकारी हैं। इनके अलावा भारत के केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के पर्वतारोही स्कालजंग रिग्जिन (Skalzang Rigzin) ने शुक्रवार की सुबह 8,516 मीटर ऊंची माउंट ल्होत्से की चोटी को फतह कर अपनी तरह का एक नया रिकार्ड बनाया।
पीक प्रोमोशन प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक बाबू शेरपा ने बताया कि रिग्जिन (Skalzang Rigzin, 41) पहले भारतीय पर्वतारोही हैं जो बिना पूरक आक्सीजन (Supplemental Oxygen) के माउंट अन्नपूर्णा की चोटी पर चढ़ने में कामयाब रहे। रिग्जिन ने 28 अप्रैल को माउंट अन्नपूर्णा (Mount Annapurna) को फतह किया था। बाबू शेरपा ने कहा कि रिग्जिन 16 दिन के भीतर दो बार बिना पूरक आक्सीजन की मदद से आठ हजार मीटर से अधिक ऊंची चोटी फतह करने वाले पहले भारतीय हैं।