भारत के कड़े विरोध के बावजूद पाकिस्तान ने गिलगिट और बाल्टिस्तान में 15 नवंबर को विधानसभा चुनाव कराने का ऐलान कर दिया है। गिलगिट-बाल्टिस्तान में पहले 18 अगस्त को चुनाव होना था, लेकिन कोरोना वायरस महामारी के कारण चुनाव आयोग ने 11 जुलाई को उन्हें स्थगित कर दिया।
राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने चुनाव की तारीख को लेकर बुधवार को एक आधिकारिक अधिसूचना जारी की। इसमें कहा गया है कि इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ पाकिस्तान के राष्ट्रपति ने चुनाव अधिनियम 2017 की धारा 57 (1) के तहत आम चुनावों के लिए रविवार, 15 नवंबर 2020 का दिन तय किया है।
भारत पहले ही पाकिस्तान को दो-टूक कह चुका है कि गिलगिट-बाल्टिस्तान पर उसका कोई अधिकार नहीं है। केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर और लद्दाख का पूरा इलाका भारत का अभिन्न अंग है। भारत ने कहा है कि पाकिस्तान सरकार या उसकी न्यायपालिका के पास अवैध रूप से और जबरन कब्जे वाले क्षेत्रों पर कोई अधिकार नहीं है। पाकिस्तान को डर सता रहा है कि जम्मू-कश्मीर के विशेष राज्य के दर्जे को खत्म करने के बाद भारत पीओके पर कब्जा कर सकता है।
इस विधानसभा चुनाव में इमरान की पीटीआई, नवाज शरीफ की पीएमल एन और बिलावल की पार्टी पाकिस्तानी पीपुल्स पार्टी हिस्सा लेगी। गिलगित-बाल्टिस्तान विधानसभा की 33 सीटों में से 24 पर ही चुनाव होंगे। इसमें से तीन ट्रेक्नोक्रेट और 6 महिलाओं के लिए सुरक्षित हैं। चुनाव केवल बची हुई 24 सीटों पर ही होंगे। पिछली विधानसभा का पांच साल का कार्यकाल 24 जून को समाप्त हो गया था। 16 सितंबर को विपक्षी नेताओं और पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल क़मर जावेद बाजवा के बीच एक बैठक में इस मुद्दे पर चर्चा हुई।
बता दें कि गुरुवार को पाकिस्तान में कोरोना वायरस के कुल 799 मामले सामने आए हैं, जिसके बाद देश में संक्रमितों का हुल आंकड़ा तीन लाख आठ हजार 217 हो गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, कोरोना वायरस से अबतक 6,437 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि अन्य 548 लोगों की हालत गंभीर है। अब तक दो लाख 94 हजार 392 लोग पूरी तरह से ठीक हो चुके हैं।