चारो ओर नवरात्री की धूम है और व्रत उपवासो का दौर भी शुरू हो गया है कुछ लोग पूरे नवरात्रि के दौरान व्रत रखते हैं तो कुछ दो व्रत करते हैं। लेकिन अगर कोई गर्भवती महिला नवरात्र के व्रत रखना चाहे तो? अक्सर ये सवाल उठता है कि क्या मां को प्रसन्न करने के लिए होने वाली मां को व्रत रखना चाहिए। दरअसल, गर्भावस्था में महिला का शरीर पूरा पोषण चाहता है। ऐसे में जरूरी है कि वह दिन भर में बैलेंस्ड डाइट ले और किसी भी न्यूट्रिएंट की कमी उसमें नहीं होनी चाहिए।
इसलिए हेल्थ एक्सपर्ट कहते हैं कि पूरी तरह स्वस्थ होने पर ही गर्भवती महिला को नवरात्र के व्रत रखने चाहिए। यानी व्रत रखने की सोच रही प्रेग्नेंट लेडी को कमजोरी या खून की कमी नहीं होनी चाहिए। ऐसी स्थिति में व्रत रखने से होने वाले बच्चे को नुकसान पहुंच सकता है। वहीं तीन महीने से कम का गर्भ होने पर भी गर्भवती स्त्री को व्रत नहीं रखना चाहिए। साथ ही महिला को अगर कोई इंफेक्शन है तो भी बेहतर होगा कि वो व्रत न रखे।
गर्भवती महिलाए इन बातो का ध्यान रख उपवास रख सकती है जैसे कि उपवास के दौरान गर्भवती महिला हर दो घंटे में कुछ न कुछ जरूर खाए। इससे ज्यादा गैप शरीर में कमजोरी ला सकता है। गर्भवती महिला व्रत में पौष्टिक चीजें खाए। ज्यादा तली-भुनी चीजें सेहत को नुकसान पहुंचा सकती हैं। फल-दूध-सूखे मेवे का भरपूर सेवन करें। उपवास के दौरान व्यायाम या कोई भारी काम न करें। गर्भवती महिला को निर्जला व्रत भी नहीं रखना चाहिए।
उपवास के दौरान पानी और नारियल पानी का सेवन भरपूर करें।व्रत के दौरान बच्चे की मूवमेंट का ध्यान रखें। अगर थोड़ी भी तकलीफ हो तो डॉक्टर से सलाह लें। अपनी दवाएं समय पर लेती रहें। ज्यादा देर भूखी न रहें। दो से तीन घंटे पर खाएं। शरीर में पानी की कमी न होने दें। खाते-पीते फास्ट रखें। चाय-कॉफी से बिलकुल दूर रहें।