बांग्लादेश ने शुक्रवार को आर प्रेमदासा स्टेडियम में खेले गए निदाहास टी-20 ट्रॉफी के छठे मैच में श्रीलंका को दो विकेट से हराकर ट्राई सीरीज के फाइनल में जगह बनाई। अब उसका मुकाबला रविवार को भारत से होगा। मुकाबले में श्रीलंका ने पहले बल्लेबाजी की और निर्धारित 20 ओवर में 7 विकेट खोकर 159 रन बनाए। जवाब में बांग्लादेश ने एक गेंद शेष रहते 8 विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया। आइये जानते हैं खेल का वो अंतिम ओवर जिसमें छुपी है, जीत, विवाद और न जाने क्या-क्या…
गौरतलब है कि बांग्लादेश ने एक समय पर 2 विकेट पर 97 रन बना लिए थे लेकिन अचानक उनके विकेट गिरना शुरू हुए और 18वां ओवर खत्म होने तक वे 137 रन पर 6 विकेट गंवा चुके थे। अंतिम ओवर में उन्हें जीत के लिए 12 रन की दरकार थी और श्रीलंका के गेंदबाज इसुरू उडाना के हाथों में गेंद गई। क्रिज पर बल्लेबाजी मुस्तफिजुर रहमान और महमुदुल्लाह कर रहे थे।
पहली गेंद उदाना ने बाउंसर फेंकी, गेंद कंधे से ऊपर गई, मुस्तफिजुर रहमान ने पुल करने का प्रयास किया लेकिन गेंद कीपर के हाथों में गई। श्रीलंकाई खिलाड़ियों ने रिव्यू मांगा क्योंकि उनको लग रहा था कि गेंद बल्ले से लगी थी और वो कैच आउट थे। हालांकि रीप्ले में ऐसा कुछ नहीं दिखा। अब 5 गेंदों में 12 रन चाहिए था।
ओवर की दूसरी गेंद एक और शॉर्ट गेंद, मुस्तफिजुर पुल की हालत में नहीं, गेंद बल्ले से नहीं लगी और वो रन के लिए दौड़ पड़े। कीपर ने गेंद आराम से गेंदबाज को फेंकी और उदाना ने आराम से स्टंप बिखेरते हुए मुस्तफिजुर को रन आउट कर दिया। अब बांग्लादेश को 4 गेंदों पर 12 रन चाहिए और 2 विकेट बाकी।
गेंदबाज नें तीसरी गेंद को बाहर फेंकी। महमुदुल्लाह यदि इसको छोड़ देते तो ये वाइड होती लेकिन इस बल्लेबाज ने लाजवाब शॉट लगाते हुए गेंद को एक्स्ट्रा कवर से बाउंड्री के बाहर भेजकर चौका लगा दिया। बांग्लादेशी खिलाड़ी एक बार फिर जोश से भर आए। अब तीन गेंदों पर 8 रनों की जरूरत।
उडाना ने चौथी गेंद फुल टॉस गेंद फेंकी जिसे महमुदुल्लाह ने डीप स्क्वायर दिशा में खेल दिया। फील्डर ने थोड़ी हड़बड़ी की और इस बीच महमुदुल्लाह ने एक और रन लेने के लिए दौड़ लगा दी। दो रन पूरे हुए। यानी अब अंतिम दो गेंदों पर जीत के लिए 6 रन चाहिए और उडाना के पांचवीं गेंद महमुदुल्लाह डीप स्क्वायर लेग में शानदार छक्का जड़ दिया और बांग्लादेशी दो विकेट से मैच जीत गया। पहले बांग्लादेश के स्थानापन्न खिलाड़ी नुरुल हसन और श्रीलंकाई कप्तान थिसारा परेरा के बीच गहमागहमी हुई। फिर मैच खत्म होने के बाद कुसल मेंडिस और नुरुल हसन के बीच मारपीट होने से बची।