आगामी 23 जनवरी को मोदी सरकार द्वारा पीजीडीएम बिजनेस स्कूलों की मांग को अपनी मंजूरी प्रदान की जाएगी. और सरकार इसके लिए अधिसूचना भी जारी करेंगी. इसके तहत देश के तीन सौ टॉप बिजनेस स्कूल अब डिप्लोमा के बजाय छात्रों को एमबीए की डिग्री प्रदान करेंगे. परन्तु फिर भी पहले कॉलेजों में एमबीए डिग्री की पढ़ाई के लिये अनुमति लेना होगी. वहीं, इसी के साथ अपने राज्य की यूनिवर्सिटी या फिर डीम्ड संस्थान से मान्यता लेना अनिवार्य होगा.
आपको बता दे कि, अभी अधिकतर टॉप पीजीडीएम बिजनेस स्कूल एमबीए की शिक्षा तो प्रदान करते ही हैं, लेकिन कॉलेज इसके स्थान पर छात्रों को डिग्री नहीं बल्कि, डिप्लोमा प्रदान करते हैं. अतः महाविद्यालय के इस प्रकार के कृत्य से अध्ययनरत छात्रों को कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता हैं. वहीं, ऐसे विद्यार्थियों को अधिक समस्या उत्पन्न होती हैं, जो विदेश में पढ़ाई या नौकरी करने के लिए जाते हैं. ख़बरों की माने तो विदेश में एमबीए डिप्लोमा की बजाय डिग्री का महत्व होता है.
इसे ध्यान में रखते हुए आईआईएम की मांग पर केंद्र सरकार ने संसद में कानून पास कर इसको मंजूरी दे दी है. अतः अब छात्रों को विदेश में नौकरी हेतु आने वाली समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा. एवं अब आईआईएम एमबीए के छात्रों को डिग्री ही प्रदान करेगा.