कोरोना वायरस संकमण के बढ़ते मामलों के बीच देश में पहली बार एंटीवायरस टेक्सटाइल टेक्नोलॉजी से बने कपड़े लॉन्च करने की तैयारी है। जून के आखिर तक इस तकनीक से बने सूटिंग-शर्टिंग फैब्रिक्स और तैयार कपड़े बाजार में आ जाएंगे। दावा किया जा रहा है कि इसमें 99.99 फीसदी रोगाणुओं को कम करने की क्षमता है।
कपड़ा और परिधान क्षेत्र की कंपनी अरविंद लिमिटेड के कार्यकारी निदेशक कुलिन लालाभाई ने इंटेलीफैब्रिक्स ब्रांड के तहत एंटीवायरस कपड़ों को लॉन्च करने की घोषणा की है।
इस एंटीवायरस फैब्रिक्स का निर्माण स्विस टेक्सटाइल इनोवेशन कंपनी हैक मटीरियल्स एजी और ताइवान की प्रमुख स्पेशलिटी केमिकल कंपनी जिंटेक्स कॉर्पोरेशन के सहयोग से अरविंद लिमिटेड कर रही है।
कंपनी के एक उच्च अधिकारी ने कहा कि इंटेलिफैब्रिक्स का वर्तमान में एक हजार करोड़ रुपये का बिक्री राजस्व है और कंपनी की योजना अगले कुछ महीनों में एंटी वायरस फैब्रिक्स और गारमेंट्स के जरिए 50 से 100 करोड़ रुपये की बिक्री बढ़ाना है।
कंपनी ने कहा, अनुसंधान से पता चलता है कि वायरस और बैक्टीरिया, कपड़ा सतहों पर दो दिनों तक सक्रिय रह सकते हैं। कपड़ों के माध्यम से रोगाणुओं के पुन: संचरण की क्षमता को कम करने में मदद करने के लिए एचईक्यू वायरोब्लॉक के साथ ट्रीट किए गए कपड़े वायरस को रोकते हैं।
कुलिन लालभाई ने कहा, ‘कोविड-19 के कारण दुनिया एक अभूतपूर्व संकट का सामना कर रही है। इस संदर्भ में, हम अपने ग्राहकों को सुरक्षित रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं और यही कारण है कि हमने भारत में क्रांतिकारी वायरोब्लॉक तकनीक लाने के लिए एचईक्यू के साथ करार किया है।’