खालिस्तान लिबरेशन फोर्स के आतंकी हरमीत सिंह पीएचडी की पाकिस्तान में हत्या कर दी गई है। बताया जाता है कि उसकी पाकिस्तान में गोली मार दी गई। हरमीत सिंह पाकिस्तान से पंजाब में आतंकी गतिविधि चलाने की कोशिश कर रहा था। हरमीत सिंह के पिता ने उसका शव भारत लाकर परिवार को सौंपने की मांग की है। बताया जाता है कि उसे लाहौर में एक गुरुद्वारे के पास गाेली मारी गई। वह पाक्रिस्तान से पंजाब में ड्रग की तस्करी भी कर रहा था।
बता दें कि हरमीत सिंह के पिता अवतार सिंह अमृतसर के न्यू कबीर पार्क स्थित पुरानी चुंगी के पास रहते हैंI अवतार सिंह ने बताया कि साल 2008 में उनके बेटे हरमीत सिंह ने गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी से धर्म विषय पर पीएचडी की थीI उस दौरान हरमीत के संपर्क में खालिस्तानी विचारधारा के लोग आ गए थे और वह उनके प्रभाव में आ गया।
अवतार सिंह ने बताया कि वर्ष 2008 में ही हरमीत पाकिस्तान चला गया थाI उसके बाद हरमीत का कहीं पता नहीं चला। बाद में उसके पाकिस्तान में ही होने का खुलासा हुआ। वर्ष 2018 में राजा सांसी क्षेत्र में हुए ग्रेनेड धमाके में हरमीत का नाम आया थाI अवतार सिंह ने बताया कि उन्हें पता चला था कि उनका बेटा हरमीत सिंह पाकिस्तान में है। उस पर देश विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप लगे और इससे वह बेहद आहत हुए।
अवतार सिंह का कहना है कि वह आज भी नहीं मानते कि उनका बेटा देश विरोधी गतिविधियों में शामिल रहा। अवतार सिंह ने केंद्र सरकार से मांग की है कि हरमीत का शव पाकिस्तान से लाकर परिवार को दिलाया जाएI परिवार में हरमीत की मां गुरवीर कौर और बहन है।
कयास- ड्रग्स विवाद में हत्या
हाल ही में नेशनल इंवेस्टगेशन एजेंसी (NIA) ने हरमीत सिंह पीएचडी के बारे में बड़ा खुलासा किया था। NIA की रिपोर्ट के मुताबिक हरमीत सिंह पीएचडी पंजाब, कश्मीर और दिल्ली में ड्रग्स का तस्करी करने और आतंक फैलाने की कोशिश में था। रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान खुफिया एजेंसी ISI हरमीत सिंह पीएचडी की मदद कर रही थी!
सूत्रों के मुताबिक], ड्रग्स के काले कारोबार में पाकिस्तान के कुछ स्थानीय गैंग हैं। इन पर आरोप है कि उन्होंने ड्रग्स सप्लाई के पैसे के विवाद के बाद हरमीत सिंह की हत्या कर दी। बताया जाता है कि हरमीत को उसके दो दोस्त गुरसरन बीर और गुरजिंदर ब्रिटेन और इटली से आतंक फैलाने और पॉलिटिकल किलिंग के लिए फंडिंग करते थे।
कौन है हरमीत सिंह पीएचडी
हरमीत सिंह पीएचडी पंजाब पुलिस की मोस्टवांटेड लिस्ट में शामिल है। हरमीत सिंह पर अमृतसर हैंड ग्रेनेड हमले की साजिश रचने और पंजाब में आरएसएस और शिवसेना नेताओं की हत्या की साजिश रचने का भी आरोप है। वह पाकिस्तान में ठिकाना बनाकर भारत में ड्रग्स सप्लाई और खालिस्तान समर्थक आतंकियों के स्लीपर सेल और टेरर मॉड्यूल खड़े करने का भी काम कर रहा था। लाहौर की इस घटना पर भारत की पंजाब पुलिस की ओर से अभी पुष्टि नहीं की गई है। वैसे पंजाब पुलिस ने अपने स्तर पर इस मामले में पड़ताल शुरू कर दी है।
हरमीत सिंह का आरएसएस नेताओं की हत्या में था हाथ। हरमीत सिंह पीएचडी पिछले दो दशक से पाकिस्तान में रह रहा था। वह राजासांसी के निरंकारी भवन में प्रार्थना सभा पर हुए ग्रेनेड हमले में भी संदिग्ध आरोपी था। इसमें 2018 में तीन लोगों की मौत हो गई थी और कई लोग घायल हो गए थे। इसके अलावा वर्ष 2016 में जालंधर में हुई आरएसएस नेता जगदीश गगनेजा और लुधियाना में वर्ष 2017 में हुई आरएसएस रविंद्र गोसाईं की हत्या में भी हरमीत का नाम आया था।