बाइक सवार दो आरोपियों ने रातों-रात अमीर बनने के लालच में घर के बाहर खेल रहे बच्चे का अपहरण कर एक करोड़ रुपये की फिरौती मांगी थी। इसके साथ आरोपियों ने खुद के फंसने पर बच्चे को जान से मारने की भी योजना बना रखी थी।
खन्ना के गांव सीहां दौद से 12 मार्च को अगवा सात साल के भवकीरत सिंह को पुलिस ने अपहरणकर्ताओं के साथ 15 मिनट चली मुठभेड़ के बाद सुरक्षित बचा लिया है।
नाभा के गांव मंडौढ़ में हुए इस ऑपरेशन में मुख्य आरोपी सीहां दौद का ही रहने जसप्रीत सिंह (23) मारा गया, जबकि उसके दो साथियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। वहीं, इस दौरान तीन पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। घायलों में कांस्टेबल रूपिंदर सिंह और होम गार्ड जवान शिवजी गिरी व बलजिंदर सिंह शामिल हैं। इस सफल ऑपरेशन के लिए पुलिस टीम को 10 लाख रुपये का नकद इनाम और पदोन्नति देने की घोषणा की गई है।
पटियाला रेंज के डीआईजी मनदीप सिंह सिद्धू ने बताया कि बाइक सवार दो आरोपियों ने रातों-रात अमीर बनने के लालच में घर के बाहर खेल रहे बच्चे का अपहरण कर एक करोड़ रुपये की फिरौती मांगी थी। उन्होंने बताया कि इसके साथ आरोपियों ने खुद के फंसने पर बच्चे को जान से मारने की भी योजना बना रखी थी।
वीरवार को पुलिस को सूचना मिली थी कि अपहरणकर्ता नाभा रोड पर मंडौढ़ गांव के पास हैं। इसके बाद पटियाला, मालेरकोटला और खन्ना पुलिस ने तुरंत संयुक्त कार्रवाई करते हुए इलाके की घेराबंदी कर दी। एक अपहरणकर्ता ने सीसीटीवी कैमरे से बचने के लिए बच्चे को फॉर्च्यूनर गाड़ी में बिठा लिया, जबकि दो लोग दूसरी दिशा में जा रहे थे। इसी दौरान आरोपियों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई में जसप्रीत सिंह मारा गया, जबकि उसके साथी हरप्रीत सिंह और रवि भिंडर निवासी अमरगढ़ को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने आरोपियों के पास से .32 बोर की पिस्तौल और एक मोटरसाइकिल भी बरामद की है।
डीआईजी ने बताया कि बच्चे के दादा किसान व कमीशन गुरजंट सिंह ने पुलिस कंट्रोल रूम को अपहरण की सूचना दी थी। उन्होंने बताया था कि अपहरणकर्ता ने बच्चे को छोड़ने की एवज में एक करोड़ रुपये फिरौती की मांग की है। डीआईजी ने बताया कि इस ऑपरेशन में सीआईए पटियाला प्रभारी इंस्पेक्टर शमिंदर सिंह, स्पेशल ब्रांच प्रभारी इंस्पेक्टर बिन्नी ढिल्लों और इंस्पेक्टर हैरी बोपाराय ने अहम भूमिका निभाई है।