दिल्ली यूनिवर्सिटी से पढ़ी-लिखी लड़की हूं. मैंने जर्मन भाषा में बीए और एमए इस यूनिवर्सिटी से किया है. अभी मैं जर्मन भाषा में फेमिनिज्म पर सिनाप्सिस लिख रही हूं. मुझे अपनी यूनिवर्सिटी से जर्मन फिलॉस्पी को पढ़ने के लिए बर्लिन और हेडलबर्ग यूनिवर्सिटी के लिए स्कॉलरशीप भी मिली है, लेकिन जब मेरी शादी होती है कि तो मेरी पढ़ाई-लिखाई की कोई कीमत नहीं रह जाती है और मुझे केवल एक औरत होने के तौर पर देखा जाता है. शादी हुई तो सुहागरात को सफेद तौलिए पर मुझे अपनी Virginity test देना पड़ा.