मसूर की दाल खाने में जितनी स्वादिष्ट होती है, उतना ही इसमें पौष्टिक तत्व पाएं जाते हैं। इसकी प्रकृति गर्म, शुष्क, रक्तवद्र्धक एवं रक्त में गाढापन लानेवाली होती है। दस्त, प्रदर, कब्ज व अनिमित पाचन क्रिया में मसूर की दाल का सेवन लाभकारी होता है। मसूर एक प्रमुख फसल है। मसूर की दाल में आयरन, सोडियम, पोटैशियम, सल्फर, आयोडीन, कॉपर, जिंक, प्रोटीन, कैल्शियम, विटामिन डी आदि तत्व पाये जाते हैं।
अपन आहार के अगर आप मसूर दाल का भी नियमित रूप से सेवन करते हैं तो आपकी पाचन क्रिया मजबूत होगी है और साथ ही साथ यह मानव शरीर के पेट में होने वाली कई तरह की समस्याओं को दूर करती है।
अगर आप दांत संबंधित बीमारी से परेशान है और कई प्रकार के इलाज के बाद भी ठीक नहीं हो रहा है तो मुट्टी भर मसूर दाल ले और इसे अच्छे तरह से जलाकर रख तैयार कर लें और अब आप इसे रोजाना अपने दांतों पर हल्के हाथों से मसाज करें। ऐसा करने से दांत संबंधित बीमारी से जल्दी छुटकारा पाएंगे।
मसूर की दाल का नियमित तौर पर सेवन करते हैं तो आपके शरीर में खून की कमी नहीं होगी और साथ ही ये मानव शरीर के कमजोरी को भी भगाता है।
मसूर की दाल और संतरे के छिलकों को पीस कर एक बोतल में भर कर रखे व जब उबटन बनाना हो, 2 चम्मच मिश्रण ले कर दूध में मिला कर लगाएं। पांच मिनट बाद धो लें। यह तैलीय व संावली त्वचा के लिए बेहतर है।