भारत सरकार में कौशल विकास मंत्री राजीव प्रताप रू़डी से जब बीते 3 वर्षों के बेरोजगारी और रोजगार सृजन पर सवाल पूछे गए तो उन्होंने कहा कि यदि आपको लगता है कि नरेंद्र मोदी रेंद्र मोदी सरकार की पहल पर गठित हुआ कौशल विकास मंत्रालय आपको रोजगार दिलाएगा तो शायद आपकी सोच सही भी है और गलत भी. सही इसलिए कि वो युवाओं को कौशल यानी हुनर सिखाने का काम करता है लेकिन मंत्रालय का काम किसी को रोजगार दिलाना कतई नहीं है. उनसे बीते तीन सालों में बेरोजगारी दूर करने के आंकड़े पूछे गए.
दरअसल हर मंत्रालय की तरह रूडी भी मोदी सरकार के तीन साल पूरा होने पर कामकाज और उपलब्धियों का ब्यौरा देने मीडिया से मुखातिब हुए थे. जाहिर है रोजगार पैदा करने के लिए उनके मंत्रालय को नोडल एजेन्सी के तौर पर माना जाता रहा है. इसलिए पत्रकारों की दिलचस्पी भी इस बात को जानने में थी कि तीन साल में जॉबलेस ग्रोथ के जो आरोप विपक्ष ने लगाए हैं उस पर मंत्रीजी का क्या कहना है.
रूडी ने अपने मंत्रालय के कामकाज को अव्वल करार देते हुए यहां तक कह डाला कि उनका मंत्रालय सबसे ज्यादा काम करने वाला मंत्रालय है. उसका मुक़ाबला साठ साल से चले आ रहे मंत्रालयों से ना किया जाए. उन्होंने कहा कि बीते तीन साल में कुर्सी टेबल लगाने से शुरुआत करके उनका मंत्रालय 1.17 करोड़ युवाओं को हुनरमंद बनाने का काम कर रहा है.
भविष्य की योजनाएं बताते हुए रूडी ने कहा कि जल्द ही 480 जिलों में प्रधानमंत्री कौशल केंद्र खोले जाएंगे. इनमें ट्रेनिंग देने वालों की ट्रेनिंग पर भी ज़ोर रहेगा. इसके अलावा 100 अंतर्राष्ट्रीय कौशल सेंटर भी जल्द ही शुरू होंगे. इनकी वजह से बाहर जाकर नौकरी पाना भी आसान हो जाएगा.