अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) के रोबो टैंक (वज्र) ने आइआइटी गुवाहाटी में हुई प्रतियोगिता में अपना दम दिखा ही दिया। दुश्मन के टैंक पर ऐसा वार किया कि वो संभल ही नहीं पाया। प्रतियोगिता में तीसरा स्थान हासिल किया। हार भी ऐसे रोबो से मिली जो इंटरनेशनल प्रतियोगिता में भाग लेता है। पिछले दिनों दिल्ली में हुई इंटरनेशनल प्रतियोगिता में भी एएमयू के रोबो ने तीसरा स्थान हासिल किया था। आइआइटी, गुवाहाटी में यह प्रतियोगिता टैकनेज के नाम से 30 अगस्त से दो सितंबर तक चली। इसमें विभिन्न यूनिवर्सिटी की रोबो टीम ने भाग लिया।
रोबोवार थी प्रतियोगिता की थीम
रोबो क्लब के सदस्य बीटेक अंतिम वर्ष (इलेक्ट्रोनिक्स) हर्षित ने बताया कि प्रतियोगिता की थीम ‘रोबोवार’ थी। इसमें 50 किलो वजन तक के रोबोट ने भाग लिया। हमारा मुकाबला मेघालय की एनआइटी यूनिवर्सिटी के रोबोट से हुआ, जिसे हमारे रोबोट ने धराशायी किया। अगले मुकाबले में हमारा रोबो महाराष्ट्र के रोबो से हार गया। तीसरा स्थान आने पर टीम को 15000 का इनाम भी मिला।
रोबो के साथ जाने वाली टीम में रोबो क्लब के अमन, हरशुल गुप्ता, मयंक गुप्ता, अतुल व तोषित भी थे। खास बात यह है कि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में नैनो टेक्नोलॉजी में नए-नए शोध हुए हैं। कैंसर रोग से लड़ने वाली दवाईयां तक तैयार की हैं। इसके साथ-साथ नैनो टेक्नोलॉजी का प्रयोग फलों पर शोध करके किया जा चुका है। इसके अलावा इंजीनियरिंग संकाय के विद्यार्थियों ने शोध करके एक कार बनाई थी, जिसका प्रदर्शन उन्होंने देश की यूनिवर्सिटी प्रतियोगिता में किया था। कंप्यूटर इंजीनियरिंग से जुड़े विद्यार्थी रोबोट आदि बना चुके हैं।