फाल्गुन में माघ का नजारा। जी हां रविवार का मौसम देखकर तो यही कहना ठीक होगा। आसमान पर बादल तो पिछले तीन दिन से छाए हैं। बीच-बीच में मौसम खुल भी रहा था। दो दिन पूर्व बारिश भी हुई थी। वहीं रविवार की सुबह से आसमान पर घने बादल छाए हैं, दोपहर तक सूर्यदेव का दर्शन भी नहीं हुआ है। वहीं सुबह घना कोहरा भी था। कोहरा तो अभी भी नजर आ रहा है लेकिन हल्का। मौसम के अचानक इस बदलाव से ठंड का एहसास भी रहा। ऐसा ही मौसम अगले दो दिन तक रहने की संभावना है।
ग्रामीण इलाकों में बूंदाबांदी भी हुई
ठंड का मौसम अब विदा हो रहा है। ठंड जाती, इससे पहले पुरब की हवा ने अचानक मौसम का रूप ही बदल दिया है। घने बादल और कोहरे ने अचानक लोगों को जनवरी माह के ठंड के मौसम की याद दिला दी है। मौसम विशेषज्ञों का हल्की बारिश का अनुमान शनिवार की रात में पूरा हुआ। यानी कोरांव समेत आसपास के क्षेत्रों में हल्की बारिश हुई। इससे खुले में रखा अनाज खराब हुआ। मौसम विज्ञानी कहते हैं कि अगले दो दिनों तक ऐसे ही मौसम रहने की संभावना है। पश्चिम की हवा के जोर पकड़ने के साथ ही लोगों को राहत मिल सकेगी। फिलहाल बूंदाबांदी की भी संभावना जताई जा रही है।
आसमान में छाए कोहरे से फ्लाइट लेट
अचानक मौसम में आए बदलाव का असर ट्रेन और हवाई सेवा पर भी नजर आया। कोहरे की वजह से रविवार को कई ट्रेन और फ्लाइट देरी से प्रयागराज पहुंची। सुबह कोलकाता से आने वाली फ्लाइट करीब सवा तीन घंटे देर से आई। ऐसे से रायपुर और अन्य शहरों की फ्लाइट भी लेट हुई।
पुरवइया हवा से जाती हुई ठंड ठिठकी
अचानक मौसम में आए बदलाव का असर यह रहा कि जाती हुई ठंड भी ठिठक गई। पिछले कुछ दिनों से तेजी से मौसम गर्मी की ओर अग्रसर था। दोपहर में तो घरों में पंखे भी चलने लगे थे। हां रात और सुबह ही ठंड का एहसास होता था। वहीं रविवार को बदले मौसम ने ठंड को बढ़ा दिया है। इससे बाक्स में पहुंच चुके गर्म कपड़े एक बार फिर लोगों के शरीर पर नजर आए।