- मुख्यमंत्री ने प्रदेश में कोविड-19 की 97 प्रतिशत से अधिक की रिकवरी दर पर संतोष व्यक्त करते हुए कोविड-19 से बचाव व उपचारकी व्यवस्थाओं को पूरी तरह चुस्त-दुरुस्त बनाए रखने के निर्देश दिए
- कोरोना के सम्बन्ध में प्रत्येक स्तर पर पूर्ण सावधानी बरती जाए, इस सम्बन्ध में थोड़ी लापरवाही भी भारी पड़ सकती है
- वैक्सीनेशन अभियान की प्रत्येक कार्यवाही भारत सरकार द्वारा निर्धारित दिशा-निर्देश एवं मानकों के अनुरूप हो
- प्रदेश में टेस्टिंग कार्य पूरी क्षमता से किया जाए
- काॅन्टैक्ट ट्रेसिंग तथा सर्विलांस सिस्टम प्रभावी ढंग से संचालित रहंे
- सभी कोविड अस्पतालों में आवश्यक दवाओं, बैकअप सहित आॅक्सीजन तथा मेडिकल उपकरणों की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की जाए
- जनपदों में स्थापित इन्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कन्ट्रोल सेन्टर को पूरी सक्रियता से संचालित करने के निर्देश
- ई-संजीवनी एप का व्यापक प्रचार-प्रसार किया करते हुए अधिक से अधिक लोगों को आॅनलाइन चिकित्सीय परामर्श उपलब्ध कराया जाए
- उ0प्र0 देश का सर्वाधिक ई-कंसल्टलेशन प्रदान करने वाला राज्य बना, ई-संजीवनी एप द्वारा अब तक 4,16,512 व्यक्तियों ने आॅनलाइन चिकित्सीय परामर्श प्राप्त किया
लखनऊ: 20 जनवरी, 2021 मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने प्रदेश में कोविड-19 की 97 प्रतिशत से अधिक की रिकवरी दर पर संतोष व्यक्त करते हुए कोविड-19 से बचाव व उपचार की व्यवस्थाओं को पूरी तरह चुस्त-दुरुस्त बनाए रखने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि कोरोना के सम्बन्ध में प्रत्येक स्तर पर पूर्ण सावधानी बरती जाए, इस सम्बन्ध में थोड़ी लापरवाही भी भारी पड़ सकती है।
मुख्यमंत्री जी आज यहां अपने सरकारी आवास पर आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में अनलाॅक व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि वर्तमान में प्रदेश में कोरोना वैक्सीनेशन अभियान प्रगति पर है। अभियान के आगामी चरण के लिए फ्रंटलाइन वर्कर्स का डाटा बेस तेजी से तैयार किए जाने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि वैक्सीनेशन अभियान की प्रत्येक कार्यवाही भारत सरकार द्वारा निर्धारित दिशा-निर्देश एवं मानकों के अनुरूप की जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कोविड-19 के उपचार की प्रभावी व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश देते हुए कहा कि सभी कोविड अस्पतालों में आवश्यक दवाओं, बैकअप सहित आॅक्सीजन तथा मेडिकल उपकरणों की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने में टेस्टिंग के महत्वपूर्ण योगदान को ध्यान में रखते हुए प्रदेश में टेस्टिंग कार्य पूरी क्षमता से किया जाए। यह भी सुनिश्चित किया जाए कि काॅन्टैक्ट ट्रेसिंग तथा सर्विलांस सिस्टम प्रभावी ढंग से संचालित रहंे।
मुख्यमंत्री जी ने कोविड-19 से बचाव के सम्बन्ध में लोगों को निरन्तर जागरूक किए जाने के निर्देश देते हुए कहा कि इस कार्य में विभिन्न प्रचार माध्यमों के साथ-साथ पब्लिक एड्रेस सिस्टम का व्यापक स्तर पर उपयोग किया जाए। उन्होंने जनपदों में स्थापित इन्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कन्ट्रोल सेन्टर को पूरी सक्रियता से संचालित करने के निर्देश भी दिए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि ई-संजीवनी एप का व्यापक प्रचार-प्रसार किया करते हुए अधिक से अधिक लोगों को इसके माध्यम से आॅनलाइन चिकित्सीय परामर्श की सुविधा उपलब्ध कराई जाए। बैठक में यह अवगत कराया गया कि उत्तर प्रदेश देश का सर्वाधिक ई-कंसल्टलेशन प्रदान करने वाला राज्य बन गया है। प्रदेश में में ई-संजीवनी एप के माध्यम से अब तक 04 लाख 16 हजार 512 व्यक्तियों द्वारा आॅनलाइन चिकित्सीय परामर्श प्राप्त किया गया है, जो कि देश में सर्वाधिक है।
बैठक में मुख्य सचिव श्री आर0के0 तिवारी, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त श्री आलोक टण्डन, कृषि उत्पादन आयुक्त श्री आलोक सिन्हा, अपर मुख्य सचिव गृह श्री अवनीश कुमार अवस्थी, पुलिस महानिदेशक श्री हितेश सी0 अवस्थी, अपर मुख्य सचिव वित्त श्री संजीव मित्तल, अपर मुख्य सचिव एम0एस0एम0ई0 एवं सूचना श्री नवनीत सहगल, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री श्री एस0पी0 गोयल, अपर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा डाॅ0 रजनीश दुबे, अपर मुख्य सचिव कृषि श्री देवेश चतुर्वेदी, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं सूचना श्री संजय प्रसाद, प्रमुख सचिव पशुपालन श्री भुवनेश कुमार, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य श्री आलोक कुमार, राहत आयुक्त श्री संजय गोयल, सचिव मुख्यमंत्री श्री आलोक कुमार, सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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