भारत में WHO के प्रतिनिधि हेंक बेकेडम ने आईसीएमआर (भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद) के साथ कोरोना वायरस को लेकर बैठक की। बैठक के बाद उन्होंने कहा कि हमारे पास भारत में और विशेष रूप से आईसीएमआर और स्वास्थ्य अनुसंधान विभाग में बहुत अच्छी शोध क्षमता है।

वे वायरस की पहचान करने में सक्षम हो गए हैं, अब भारत अनुसंधान समुदाय का हिस्सा बना रहेगा। साथ ही उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री कार्यालय से प्रतिबद्धता बहुत प्रभावशाली रही है। यह एक कारण है कि भारत अभी भी काफी अच्छा कर रहा है। मैं बहुत प्रभावित हूं कि सभी संक्रमित लोगों को इकट्ठा कर लिया गया है।
दरअसल, चीन से शुरु हुए कोरोना वायरस ने अब करीब 150 देशों को अपनी चपेट में ले लिया है। दुनियाभर में लाखों लोग इससे संक्रमित हो गए हैं।
वहीं समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार दुनियाभर में मरने वालों का आंकड़ा 7,100 से अधिक हो गया है। वहीं, भारत में स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार अब तक (मंगलवार 17 मार्च) कोरोना वायरस से 126 मामले की पुष्टि हो गई है।
बता दें कि देश में करीब 150 से अधिक देशों में कोरोना वायरस फैल चुका है। दुनियाभर में लाखों की संख्या में लोग इससे संक्रमित है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी इसे महामारी घोषित कर दिया है।
दरअसल, इस वायरस की शुरुआत चीन से हुई थी। दिसंबर में चीन के वुहान शहर में इसका सबसे पहला मामला सामने आया था। चीन के बाद इटली में इस वायरस से लोग संक्रमित हुए हैं।
अब तक दुनिया में इससे मरने वालों की संख्या 7000 को पार कर गई है। भारत में भी मंगलवार तक 126 मामले सामने आ गए हैं। इससे देश में तीन लोगों की मौत भी हो चुकी है। हालांकि, कई लोग इससे ठीक भी हुए हैं।
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