कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे को देखते हुए लोग दूर-दराज जाने की बजाय अपने घरो में ही रहना उचित समझ रहे हैं। जिन लोगों ने कई दिन पहले ट्रेनों की टिकटें बुक करवाई थी वे अब रद करवा रहे हैैं। अमृतसर स्टेशन पर तो रूटीन की तुलना में इस समय दस गुणा ज्यादा रिफंड बढ़ गया है। फिरोजपुर रेल डिवीजन में औसतन यह तीन गुणा से ज्यादा है। पूरे डिवीजन में रूटीन में करीब 12 हजार यात्री टिकटें रद करवाते हैैं और रेलवे 80 लाख रुपये रिफंड करता है, जबकि 16 मार्च को 41,223 यात्रियों ने टिकटें रद करवाई और रेलवे ने 2.52 करोड़ रुपये रिफंड किए।
उधर, फिरोजपुर डिवीजन के डीआरएम राजेश अग्रवाल ने बताया कि डिवीजन के तहत आते 11 प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर मंगलवार आधी रात से प्लेटफार्म टिकट दस रुपये से बढ़ाकर 50 रुपये कर दिया गया है। इन स्टेशनों में अमृतसर, लुधियाना, जालंधर कैंट, जालंधर सिटी, फगवाड़ा, फिरोजपुर कैंट, ब्यास, पठानकोट, जम्मू, कटड़ा व ऊधमपुर शामिल हैैं। इस संबंध में सभी स्टेशन सुपरिंटेंडेंट को पत्र जारी कर दिए गए हैैं।
वायरस के डर से फिलहाल लोगों ने कहीं पर भी आने-जाने की अपनी सारी योजनाएं रद कर दी हैं, जबकि इन दिनों में बच्चों की परीक्षाएं हो जाने पर लोग दूसरे शहरों में घूमने जाने की योजनाएं बनाते हैं। लुधियाना में काउंटर पर टिकट की बुकिंग 23 फीसद कम हो गई है जबकि रिफंड सात गुणा बढ़ गया है। अमृतसर स्टेशन पर पहले रूटीन में 50-60 हजार रुपये का रिफंड होता था जो अब बढ़कर पांच लाख रुपये तक हो गया है। यानी इसमें दस गुणा के लगभग बढ़ोतरी हो गई है। टिकटें बुक करवाने वालों की संख्या भी आधी रह गई हैं।
रेलवे स्टेशन के सभी विभागों पर भी चौकसी बढ़ाई गई है। टिकट काउंटरों पर आदेश जारी किए गए हैैं कि अगर कोई भी संदिग्ध दिखाई दे तो तुरंत मेडिकल टीम को सूचित किया जाए। साथ ही सैनिटाइजर भी हर जगह रखने के लिए कहा गया है और ट्रेनों में छिड़काव भी करवाए जा रहे हैं।
फार्म की संख्या भी हुई आधी
अमृतसर रिजर्वेंशन काउंटर पर आम दिनों में पूरे दिन में करीब 800 फार्म टिकट बुङ्क्षकग के लिए जमा होते हैं। यह संख्या गिरकर आधी के करीब रह गई है। आम दिनों के मुकाबले अब दोनों शिफ्ट में मात्र 350 से 400 फार्म ही टिकट बुकिंग के लिए पहुंच रहे हैं।