भारत में कोरोना वायरस का खतरा तेजी से बढ़ा है। महाराष्ट्र में अब तक 52 मरीज सामने आ चुके हैं। कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए अब महाराष्ट्र सरकार ने बड़ा फैसला लिया है।
सरकार ने 31 मार्च तक चार शहरों को पूरी तरह बंद रखने का आदेश जारी कर दिया है। इस दौरान सिर्फ आवश्यक सेवाओं से जुड़ी दुकानें ही खुली रहेंगी।
सीएम उद्धव ठाकरे ने इसकी घोषणा की है। इन चार शहरों में मुंबई, पुणे, नागपुर और पिंपरी-चिंचवाड़ को रखा गया है। बता दें कि खुद पीएम नरेंद्र मोदी भी देश के लोगों से इस वायरस के खतरे से निपटने के लिए ज्यादा से ज्यादा घर पर वक्त गुजारने की अपील कर चुके हैं।
महाराष्ट्र में कोरोना वायरस का सबसे ज्यादा खतरा मुंबई, पुणे, नागपुर और पिंपरी-चिंचवाड़ में नजर आया है। इसे देखते हुए उद्धव सरकार ने यह ऐलान किया है। इस दौरान सिर्फ बैंक, सब्जी और दवाओं की दुकानें ही खुली रहेंगी।
इसके पूर्व सरकार द्वारा पहले ही स्कूल, कॉलेजों, सिनेमाघरों, मॉल्स सहित सार्वजनिक स्थलों को बंद कर दिया गया है। इसके पूर्व मुंबई में धारा 144 भी लागू कर दी गई थी।
कोरोना वायरस के खतरे के बीच सरकार ने एक और बड़ा फैसला लिया है। इसके तहत पहली क्लास से आठवीं क्लास तक के छात्रों की सारी परीक्षाएं रद्द करते हुए उनका जनरल प्रमोशन कर दिया गया है। सरकार ने सभी को अगली क्लास के लिए प्रमोट कर दिया है।
देश की आर्थिक राजधानी कहलाने वाले मुंबई शहर सहित महाराष्ट्र के ज्यादातर बढ़े शहरों में सड़कों पर सन्नाटा पसरता दिखाई देने लगा है। बड़ी से बड़ी त्रासदी में भी न थमने वाली मुंबई कोरोना वायरस के खतरे की वजह से थमती नजर आने लगी है। इसके साथ नागपुर, पुणे में भी हालात जुदा नहीं हैं।