कोरोना वायरस (Coronavirus) की उत्पत्ति पर तैयार की गई WHO की रिपोर्ट पर सवाल खड़े हो रहे हैं. अमेरिका और ब्रिटेन ने कोरोना वायरस की शुरुआत कैसे हुई? इसको लेकर तैयार की जा रही विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की रिपोर्ट की आलोचना की है.
14 देशों ने जारी किया बयान
अमेरिका और ब्रिटेन के साथ 12 अन्य देश भी डब्ल्यूएचओ (WHO) की रिपोर्ट पर सवाल उठा रहे हैं. इन सभी देशों ने मिलकर एक बयान जारी किया है. इस बयान में आरोप लगाया गया है कि चीन ने इस रिसर्च से संबंधि मूल डेटा और नमूने WHO को नहीं दिए हैं. यह बयान डब्ल्यूएचओ (WHO) प्रमुख टेड्रोस एडहोम घेबियस द्वारा कोरोना वायरस की उत्पत्ति की जांच के दौरान डेटा मिलने में हो रोही कठिनाई की बात स्वीकारने के बाद आया है. टेड्रोस ने कहा था, ‘मुझे उम्मीद है कि भविष्य में देश रिसर्च के लिए व्यापक डेटा शेयर करेंगे.’
क्या है रिपोर्ट में
बता दें, कोरोना वायरस (Coronavirus) की उत्पत्ति पर तैयार की जा रही विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और चीन (China) की संयुक्त जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि इस बात की सबसे अधिक आशंका है कि चमगादड़ से कोरोना वायरस किसी अन्य जानवर में गया और वहां से इंसानों में फैल गया. कोरोना की उत्पत्ति पर WHO की इस रिपोर्ट में कहा है कि कोरोना वायरस (Coronavirus) के वुहान लैब से लीक होने की बहुत ही कम आशंका है.
लगातार हो रही देरी
डब्ल्यूएचओ इस रिपोर्ट में उम्मीद के मुताबिक कई जवाब नहीं दिए गए हैं. WHO की टीम ने प्रयोशाला से वायरस के लीक होने के पहलू को छोड़कर अन्य सभी पहलुओं पर आगे जांच करने का प्रस्ताव रखा है. रिपोर्ट जारी किये जाने में लगातार देरी हो रही है, जिससे सवाल उठ रहे हैं कि कहीं चीन रिसर्च को प्रभावित करने का प्रयास तो नहीं कर रहा ताकि चीन पर कोविड-19 महामारी फैलने का दोष न मढ़ा जाए.
वायरस के चार प्रमुख कारण
रिपोर्ट के मुताबिक, शोधकर्ताओं ने SARS-CoV-2 वायरस की उत्पत्ति के लिए चार प्रमुख कारणों को नोट किया है. इनमें एक जानवर के माध्यम से संक्रमण फैलने की संभावना को प्रमुख कारण माना गया है. चमगादढ़ से सीधे इंसान में संक्रमण फैलने की संभावना नहीं है. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि ‘कोल्ड-चेन’ खाद्य उत्पादों के माध्यम से भी संक्रमण फैलने की संभावना है लेकिन न के बराबर.
क्या कहना है WHO का
इसके अलावा चांज के दौरान यह भी पता चला है, मिंक और बिल्लियां COVID वायरस के लिए अतिसंवेदनशील हैं यानी ये वाहक हो सकते हैं. वुहान मिशन का नेतृत्व कर रहे WHO टीम के विशेषज्ञों पीटर बेन एम्बरेक ने कहा कि रिपोर्ट को अंतिम रूप दिया गया है और तथ्यों की जांच की जा रही है. उन्होंने कहा, ‘मुझे उम्मीद है कि अगले कुछ दिनों में प्रक्रिया पूरी हो जाएगी और हम इसे सार्वजनिक कर देंगे.
WHO उठाए और कदम
सहयोगी वेबसाइट WION की खबर के मुताबिक, 14 देशों द्वारा जारी किए गए पत्र में कहा गया है कि चीन कोरोना वायरस महामारी की उत्पत्ति के संबंध में जानकारी छिपा रहा है. व्हाइट हाउस ने व्यक्तिगत रूप से डब्ल्यूएचओ से असलियत सामने लाने के लिए और कदम उठाने की अपील की है.