कोरोना काल में योद्धा के तौर पर काम करने वाले दिल्ली के तीन पुलिसकर्मियों को आज शनिवार को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति भवन में सम्मानित किया जाएगा. तीन पुलिसकर्मियों में से एक महिला सब इंस्पेक्टर हैं जबकि दो हेड कांस्टेबल हैं.
राष्ट्रपति भवन जाकर सम्मान हासिल करने वाली दिल्ली पुलिस में सब इंस्पेक्टर सुनीता मान मैदान गढ़ी पुलिस स्टेशन में तैनात हैं जबकि हेड कांस्टेबल (एडब्ल्यूओ) मनीष कुमार, द्वारका डिस्ट्रिक्ट और हेड कांस्टेबल जितेंद्र, रोहिणी जिले के पुलिस स्टेशन कंझावला में तैनात हैं. इन तीनों को आज शनिवार को बतौर कोरोना वॉरियर्स काम करने के लिए सम्मानित करने को राष्ट्रपति भवन में आमंत्रित किया गया है.
एसआई सुनीता मान इन दिनों 24 घंटे काम कर रही हैं, फ्रंटलाइन में हैं और कोविड-19 के प्रसारण के संभावित खतरों के बीच उन्होंने लोगों के साथ उच्च पेशेवर तरीके से बातचीत की और जागरूकता पैदा की, खासतौर से महिलाओं के बीच. साथ ही जरूरतमंदों को भोजन के पैकेट भी वितरित किया.
हेड कांस्टेबल जितेंद्र ने गरीब जनता और प्रवासी श्रमिकों के बीच भोजन के पैकेट के वितरण में असाधारण कर्तव्यों का पालन किया है. विपरीत परिस्थितियों में, उन्होंने लॉकडाउन के दौरान फंसे छात्रों, पर्यटकों और प्रवासी श्रमिकों की मदद के लिए अथक प्रयास किया था.
साथ ही उन्होंने अपने स्तर पर जरूरतमंद लोगों को भोजन के पैकेटों का वितरण भी किया. यही नहीं उन्होंने अपनी व्यक्तिगत क्षमता पर भी जरूरतमंद लोगों को फेस मास्क, हैंड सैनिटाइजर, साबुन आदि जैसी सुरक्षा की चीजों का वितरण किया. उन्होंने दिल्ली के मैक्स अस्पताल में एएसआई रोहताश की पत्नी के इलाज के लिए अपना प्लाज्मा भी दान कर दिया.
इसी तरह हेड कांस्टेबल मनीष कुमार ने भी लॉकडाउन के दौरान सराहनीय काम किया. उन्होंने जरूरतमंद लोगों के लिए सामुदायिक रसोई चलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, जो डीसीपी/द्वारका जिले के कार्यालय परिसर से चल रहा था. लॉकडाउन के दौरान उन्होंने लगभग 800 जरूरतमंद लोगों को सामुदायिक रसोई से दैनिक आधार पर भोजन उपलब्ध कराया.
मनीष ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “मन की बात” के दौरान सामुदायिक रसोई के बारे में बताया भी था. उन्होंने द्वारका जिले में भूखे लोगों की कॉल का जवाब देने के लिए एक टीम लीडर के रूप में भी काम किया. उन्होंने जरूरतमंद लोगों के लिए 800 क्विंटल राशन के वितरण और व्यवस्था में योगदान दिया.
इसके अलावा उन्होंने एसबीआई लाइफ के साथ 200 हैंड फ्री सैनिटाइजर मशीनों का वितरण किया और SBI लाइफ से मिले 4,400 धोने योग्य ग्लब्स का वितरण किया. अन्य गैर सरकारी संगठनों से मिले 35,000 डिस्पोजेबल दस्तानों का भी वितरण किया.