कोरोना महामारी से इतनी जल्दी छुटकारा नहीं मिलने वाला है. बार-बार कई रिपोर्ट में कोरोना के वेरिएंट और सब वेरिएंट को लेकर कई दावे किये जा चुके हैं. मौजूदा स्थिति में ओमिक्रॉन का सब-वेरिएंट पूरी दुनिया में तेजी से फैल रहा है. इस बीच वाशिंगटन विश्वविद्यालय ने एक विश्लेषण में कहा कि COVID-19 संक्रमण का दैनिक आंकड़ा फरवरी तक धीरे-धीरे बढ़कर लगभग 18.7 मिलियन होने का अनुमान है. जो वर्तमान में 16.7 मिलियन पर है. इस रिपोर्ट के आने के बाद आशंका जताई जा रही है कि पूरी दुनिया में कोरोना के मामले एक बार फिर बढ़ सकते हैं.
सर्दियों में सतर्क रहने की जरूरत
रिपोर्ट के अनुसार पहले की सर्दियों के मुकाबले यह नया अनुमानित औसत कम है. 2022 के जनवरी में ओमिक्रॉन वेरिएंट के तेजी से फैलने के बाद स्थिति बिगड़ गई थी लेकिन यह घातक साबित नहीं हुई थी. राहत की बात यह है कि इस रिपोर्ट के साथ ही वाशिंगटन विश्वविद्यालय के इंस्टीट्यूट फॉर हेल्थ मेट्रिक्स एंड इवैल्यूएशन (IHME) ने यह भी कहा कि मामलों में वृद्धि से मौतों में वृद्धि की उम्मीद नहीं है.
जर्मनी में तेजी से बढ़ रहे संक्रमण के मामले
इस रिपोर्ट में यह अनुमान लगाया गया है कि आने वाले फरवरी माह में वैश्विक दैनिक मृत्यु औसतन 2,748 होगी. जबकि वर्तमान में यह लगभग 1,660 है. IHME का अनुमान है कि अमेरिका में दैनिक संक्रमण एक तिहाई से बढ़कर एक मिलियन से अधिक हो जाएगा. जर्मनी में कोरोना के मामलों में पहले ही उछाल देखने को मिल चुका है. इससे जुड़ी एक रिपोर्ट बीती 24 अक्टूबर को सामने आई थी. रिपोर्ट बताती है कि जर्मनी में हाल ही में COVID वृद्धि Omicron सबवेरिएंट BQ.1 या BQ.1.1 के कारण हो सकती है. साथ ही आने वाले हफ्तों में ये यूरोप के अन्य हिस्सों में देखी जा सकती है. जर्मनी में 2020 के बाद से अस्पतालों में मरीजों के भर्ती होने की संख्या ज्यादा देखी जा रही है, जो कि चिंता का विषय है.
सिंगापुर में भी तेजी से फैल रहा कोरोना
IHME के मुताबिक Omicron का सबवेरिएंट XBB सिंगापुर में भी तेजी से फैल रहा है. वहां भी अस्पताल में भर्ती होने की वालों की संख्या में वृद्धि देखने को मिली है. ये तेजी से फैल रहा है लेकिन कम गंभीर है. रिपोर्ट में कहा गया है कि XBB उन लोगों पर ज्यादा प्रभाव नहीं डाल सकेगा जो Omicron के BA.5 सबवेरिएंट से पहले ही संक्रमित हो चुके हैं.