कोरोना वायरस (कोविड-19) की काट खोजने में जुटे वैज्ञानिकों को ब़़डी कामयाबी मिली है। उन्होंने एक ऐसा नया तरीका खोज निकाला है, जिससे इस खतरनाक वायरस को रोकना संभव हो सकता है। उन्होंने कई मॉलीक्यूल की पहचान की है जो कोरोना से जु़ड़े एक प्रोटीन पर अंकुश लगा सकते हैं। इसी प्रोटीन के जरिये यह वायरस प्रगति करता है। इस खोज से कोविड–19 के लिए नए उपचार के विकास की राह खुल सकती है।
कोलंबिया यूनिवर्सिटी के शोधकर्ता जिंग्यू जू ने कहा, ‘हम इस बात को लेकर बेहद आशांवित हैं कि हम लोगों की ओर से पहचाने गए मॉलीक्यूल के उपयोग से नए कंपाउंड की डिजाइन तैयार हो सकती है। इससे कोरोना के लिए नए उपचार विकसित किए जा सकते हैं।’
वैज्ञानिकों ने पहचाने 6 संभावित चिकित्सीय लक्ष्य
कोरोना वायरस संक्रमण के लिए अभी तक कोई दवा या वैक्सीन ईजाद नहीं हो पाई है। मरीजों को ठीक करने के लिए अभी तक वैकल्पिक दवाइयों का ही इस्तेमाल किया जा रहा है। इस बीच गंभीर रूप से बीमार कोविड-19 मरीजों में कोरोना वायरस के प्रति रोग प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया का आकलन कर, वैज्ञानिकों ने छह अणुओं के अनोखे पैटर्न की पहचान है। इस पैटर्न का इस्तेमाल कर बीमारी के लिए चिकित्सीय लक्ष्यों (Therapeutic Targets यानि जीव में मौजूद ऐसी जगह जहां दवा या पदार्थ सीधे पहुंचाया जा सके) के रूप में किया जा सकता है।