मक्खियों की एक विशाल प्रजाति अमेरिकी तटों तक पहुंच गई है और वहां की मूल आबादी को खतरा पैदा कर रही है। वेस्पा मंदारिया नाम की इस मक्खी को मर्डर हॉर्नेट के नाम से भी जाना जाता है,।
इसके बारे में पहली बार वाशिंगटन में एक मधुमक्खी पालक को पता चला था और उसकी खोज ने कृषि वैज्ञानिकों को चौंका दिया था। बताया जाता है कि ये विशालकाय मधुमक्खियां आमतौर पर मनुष्यों या पालतू जानवरों पर हमला नहीं करती हैं। मगर, एक बार खतरा लगने पर वे मनुष्यों को भी डंक मार सकती हैं। और उनके कई डंक लोगों की जान तक ले सकते हैं।
न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि हर साल लगभग 50 लोगों की मौत उनके डंक की वजह से होती है। स्टिंगिंग वेस्पा मैंडरिनिया 2.5 इंच यानी 6.4 सेंटीमीटर तक लंबी होती हैं।
उनके पेट में पीली धारियां होती हैं और एक बड़ा नारंगी/पीला सिर होता है। वे बड़े झुंड में रहती हैं और जमीन के अंदर घोंसला बनाती हैं। मर्डर हॉर्नेस्ट कृषि के लिए एक खतरा है, क्योंकि यह कीट मधु मक्खियों पर हमला करने के लिए जानी जाती हैं और वे कुछ ही घंटों में एक पूरे छत्ते को साफ कर सकती हैं।
वाशिंगटन स्टेट एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट ने कहा कि ये मृत मधुमक्खियों के ढेर को छोड़ देते हैं, जिनमें से ज्यादातर बिना सिर के अपने छत्तों के बाहर मरी हुई मिलती हैं।
यह प्रजाति दक्षिण पूर्व एशिया, चीन और ताइवान की मूल निवासी है। हालांकि, वैज्ञानिक यह सुनिश्चित नहीं कर पा रहे हैं कि मर्डर हॉर्नेट वहां कैसे पहुंची।
सबसे अधिक संभावना यह है कि यह वाशिंगटन के बंदरगाहों में से एक पर डॉकिंग कंटेनर जहाज पर पहुंचे। उनका डंक एक मधुमक्खी की तुलना में ज्यादा लंबा होता है और उनका जहर अधिक विषैला होता है।