देश के कई राज्यों में एटीएम में कैश की कमी हो जाने पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है. राहुल गांधी ने ट्विटर पर एक कविता पोस्ट करके कैश की कमी को नोटबंदी का फरेब बताया. गौरतलब है कि आंध्र प्रदेश , तेलंगाना, मध्य प्रदेश , बिहार और कर्नाटक के कई हिस्सों में कैश की कमी और एटीएम में पैसे ना होने की खबरें हैं. सरकार ने इसका कारण पिछले तीन महीने में मांग में आई असामान्य उछाल को बताया है.
राहुल ने लिखी ट्विटर पर कविता
राहुल ने विभिन्न बैंकों में नकदी कम होने के साथ देश के दोबारा नोटबंदी के आंतक की गिरफ्त में आने का आरोप लगाते हुए हिंदी में लिखे अपने ट्वीट के साथ ‘ कैश क्रंच ’ ( नकदी संकट ) हैशटैग का इस्तेमाल किया. राहुल गांधी ने ट्वीट करके कहा, – समझो अब नोटबंदी का फरेब, आपका पैसा निरव मोदी की जेब/ मोदीजी की क्या ‘माल्या’ माया/ नोटबंदी का आतंक दोबारा छाया/ देश के ATM सब फिर से खाली/ बैंकों की क्या हालत कर डाली. कांग्रेस के संचार प्रभारी रणदीप सूरजेवाला ने भी प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए लिखा , ‘‘ जहां ‘ साहब ’ विदेश यात्रा का लुत्फ उठा रहे हैं , देश के लोग बैंकों में नकदी की राह देख रहे हैं. ’’
अन्य विपक्षी दलों ने भी साधा सरकार पर निशाना
माकपा नेता सीताराम येचुरी ने बैंक और एटीएम में नकदी के देशव्यापी संकट के लिये नोटबंदी को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा है कि इससे पता चलता है कि नोटबंदी का फैसला किस तरह से आपदा बन कर अभी भी बरकरार है. येचुरी ने कहा कि नोटबंदी से आतंकवाद तो खत्म नहीं हुआ, ना ही भ्रष्टाचार मिटा और ना ही नकली मुद्रा की समस्या दूर हुई. उन्होंने ट्वीट कर कहा ‘‘नोटबंदी ने निश्चित तौर पर भारतीय अर्थव्यवस्था को जरूर मार दिया.’’
एक अन्य ट्वीट में येचुरी ने कहा कि सरकार अभी तक प्रतिबंधित किये गये नोटों की गिनती नहीं कर पायी है और लोगों से अपने जुमलों पर भरोसा करने को कहते हुये नकदी संकट की हकीकत को भी झुठला रही है. उन्होंने कहा ‘‘अब मोदी सरकार पर किसी का भरोसा नहीं रहा.’’
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी कैश की कमी पर ट्वीट किया, ‘‘ कई राज्यों में एटीएम मशीनों में पैसा नहीं होने की खबरें देखीं. बड़े नोट गायब हैं. नोटबंदी के दिनों की याद आ गई. देश में क्या वित्तीय आपात स्थिति बनी हुई है ?’’