जिले में गैर मान्यता के चल रहे प्राइवेट स्कूलों पर बी.ई.ओ द्वारा अब तक कार्रवाई न करने को लेकर जिला शिक्षा अधिकारी ने दोबारा से पत्र जारी कर तीन दिन में जवाब तलब किया है। पत्र में पिछले आदेशों का हवाला देते हुए कहा गया है कि जिले के किसी भी बी.ई.ओ ने अभी तक एक भी गैर मान्यता प्राप्त स्कूल पर कार्रवाई नहीं की है। इसकी कोई भी रिपोर्ट कार्यालय में नहीं भेजी गई है।
अब सभी अधिकारियों से पूछा गया है कि उनके अधीन क्षेत्र में इस समय कितने गैर मान्यता प्राप्त स्कूल चल रहे हैं। उन्होंने कितने स्कूलों को बंद किया हैं। इसकी रिपोर्ट तीन दिन के अंदर जिला कार्यालय को भेजने बारे बोला गया है। यदि संबंधित अधिकारियों द्वारा निर्धारित समय अवधि में इसका जवाब नहीं भेजा गया तो इनके खिलाफ अनुशासनात्मक करवाई के लिए मुख्यालय को लिखा जाएगा।
बता दें कि हाईकोर्ट के आदेशों के बाद प्रदेश भर में गैर मान्यता के स्कूलों पर निदेशालय द्वारा कार्रवाई की जा रही है। जिसको लेकर जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय द्वारा जिले के 28 गैर-मान्यता प्राप्त स्कूल संचालकों को कारण बताओ नोटिस जारी किए गए थे। पहले 28 स्कूलों को नोटिस दिए गए थे। विभाग को संचालकों की तरफ से कोई भी जवाब नहीं मिला, इसलिए इन्हें बंद करने की कार्रवाई की जा रही है। ये स्कूल गैर मान्यता के बाद भी अभिभावकों से शिक्षा के नाम पर अलग-अलग तरीके से मनमर्जी किताबों, वर्दी, खेल के सामान, आई-कार्ड, स्मार्ट क्लास, डायरी इत्यादि के नाम पर मोटी फीस वसूलते हैं। ये स्कूल किराये के अलावा ऐसे प्राइवेट परिसर में भी चलाए जा रहें है जिनके पास फायर की एनओसी ही नहीं है। इनमें से अधिकतर स्कूल गांव व शहर की कॉलोनियों में चल रहे हैं। इन स्कूलों में कई ऐसे भी हैं, जिनमें सिर्फ 20 से 50 विद्यार्थी ही पढ़ते हैं। इसके अलावा कई स्कूल ऐसे भी हैं, जिनमें 500 से ज्यादा विद्यार्थी पढ़ते हैं। सभी बी.ई.ओ से गैर मान्यता के चल रहे प्राइवेट स्कूलों पर कार्रवाई न करने को लेकर रिपोर्ट मांगी है। यदि अधिकारियों द्वारा तीन दिन में जवाब नहीं दिया गया तो उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए मुख्यालय को लिखा जाएगा।