आम्रपाली समूह मामले में भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। कारोबारी संगठन कंफेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने केंद्रीय उपभोक्ता मामलों के मंत्री रामविलास पासवान से आम्रपाली समूह को बढ़ावा देने वाले भ्रामक विज्ञापन को लेकर दिग्गज क्रिकेटर धोनी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
रामबिलास पासवान को भेजे ज्ञापन में कैट ने कहा कि धोनी ने विज्ञापन के माध्यम से आम्रपाली परियोजनाओं में फ्लैट खरीदने के लिए लोगों को बहुत प्रभावित किया है। बिल्डर दोषी पाया गया है, इसलिए धोनी की भी जवाब देही बनती है। उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग करते हुए कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने कहा कि मशहूर लोग विज्ञापनों के लिए बड़ी रकम लेते हैं, लेकिन बिना तथ्यों की पुष्टि किए कि वे जिस सामान या सेवाओं का समर्थन कर रहे हैं वह उसके लायक है या नहीं इसकी जवाबदेही नहीं लेते।
उन्होंने केंद्रीय मंत्री से संसद के वर्तमान सत्र में उपभोक्ता सुरक्षा विधेयक पारित करने को सुनिश्चित करने की मांग की। खंडेलवाल ने कहा कि इसके माध्यम से भ्रामक विज्ञापनों में मशहूर हस्तियों की जिम्मेदारी तय की जा सकेगी। विज्ञापन करते हुए धोनी ने यहां तक कह दिया था कि उन्होंने भी आम्रपाली में फ्लैट लिया है। यह विज्ञापन लोगों को धोखा देने और अपनी मेहनत की कमाई को ऐसी परियोजनाओं में लगाने के लिए बढ़ावा देता है जो अभी भी अपूर्ण हैं।