केरल विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार अभियान जोरों पर है. सभी दलों के नेता मतदाताओं को लुभाने में लगे हैं. केरल में लेफ्ट और कांग्रेस गठबंधन के बीच सीधा मुकाबला है. सीपीएम की अगुवाई वाला लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (एलडीएफ) फिलहाल सत्ता में है. लेकिन कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) का दावा है कि हम वापसी कर रहे हैं. कांग्रेस नेता और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रमेश चेन्निथला एग्जिट पोल को नकारते हुए कहते हैं कि इस बार हम सरकार बनाने जा रहे हैं. केरल में बीजेपी की स्थिति पर वे कहते हैं कि यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आएं या अमित शाह, बीजेपी को एक भी सीट नहीं मिलने वाली है.
हाल ही में आए एग्जिट पोल के अनुसार लेफ्ट फ्रंट केरल में वापसी कर सकता है. इस पर पूछे गए सवाल पर कांग्रेस नेता रमेश चेन्निथला कहते हैं कि यह एग्जिट पोल नहीं है बल्कि सर्वे है. उनका कहना है कि जिनके पास पैसा है, उसी के अनुसार एग्जिट पोल में रिजल्ट बताया जाता है.
हम इसकी परवाह नहीं करते. हम लोग सत्ता में वापस आ रहे हैं और केरल में कांग्रेस के नेतृत्व में सरकार बनने जा रही है. पिनरायी विजयन की सरकार पर भ्रष्टाचार में लिप्त होने का आरोप लगाकर रमेश चेन्निथला कहते हैं कि यह सकार पांच साल से भ्रष्टाचार में लिप्त है. इस कारण जनता के मन में उनके खिलाफ भावना बन गई है. हम पूर्ण रूप से विजय प्राप्त करेंगे और सरकार बनाएंगे.
केरल में बीजेपी अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराने के लिए लगातार मेहनत कर रही है. लेकिन रमेश चेन्निथला का कहना है कि यहां नरेंद्र मोदी आएं या गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी को एक भी सीट नहीं मिलने वाली है. बीजेपी नेताओं को सलाह देते हुए वे कहते हैं कि उन्हें यहां अपना समय खराब नहीं करना चाहिए क्योंकि यहां पर उनके लिए कुछ नहीं होने वाला है. केरलर की राजनीति और यहां कि परिस्थितियों को जानते हैं, उन्हें यह पता है कि यहां पर बीजेपी का कोई रोल नहीं है. चेन्निथला कहते हैं कि हमारी लड़ाई लेफ्ट फ्रंट के साथ है और बीजेपी का सरकार बनाने में कोई योगदान नहीं रहेगा.
2019 लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद राहुल गांधी ने कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था. अभी तक स्थायी पार्टी के स्थायी अध्यक्ष का चुनाव नहीं हो पाया है. पार्टी का अध्यक्ष कौन होगा? इस सवाल पर चेन्निथला कहते हैं कि मेरी इच्छा है कि राहुल गांधी कांग्रेस के अध्यक्ष बनें. जल्द से जल्द वे दायित्य संभालें, ताकि कांग्रेस आने वाले दिनों में और मजबूत हो. रमेश कहते हैं कि देशभर में कांग्रेस के लोग चाहते हैं कि राहुल गांधी अध्यक्ष बनें और उन्हें यह पद स्वीकार करना चाहिए. कांग्रेस में जान फूंकने के लिए राहुल गांधी की जरूरत है.
केरल विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने बड़ी संख्या में नए चेहरों को उम्मीदवार बनाया है. इसके पीछे की रणनीति पर रमेश चेन्निथला कहते हैं कि केरल कांग्रेस के भीतर एक साइलेंट रिवोल्यूशन चर रहा है. यहां पर अगली पीढ़ी के नेताओं को मौका देने की शुरुआत हो गई है. इसीलिए पार्टी ने 55 प्रतिशत नए चेहरों पर दांव लगाया है. भविष्य में पार्टी को मजबूती प्रदान करने के लिए यह फैसला लिया गया है. वे कहते हैं कि इस बार के विधानसभा चुनाव पर भी इश फैसले को असर पड़ेगा और पार्टी को मजबूती मिलेगी.
बीते कुछ समय से कांग्रेस में बदलाव के लिए काफी आवाजें उठ रही हैं. कई बड़े नेताओं ने इस संबंध में सोनिया गांधी को पत्र भी लिखा और अपनी बात रखी. पार्टी में परिवर्तन की चाह रखने वाले इन नेताओं के समूह को जी-23 कहा जा रहा है. इस मुद्दे पर पूछे गए सवाल के जवाब में रमेश चेन्निथला कहते हैं कि यह कांग्रेस का अंदरूनी मामला है और सार्वजनकि तौर पर इस मामले पर मैं टिप्पणी नहीं करना चाहता. वे कहते हैं कि जी-23 के सभी लोग कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं और वे पार्टी में हैं. मेरे खयाल से वे लोग कहीं नहीं जा रहे हैं. उन्होंने जो मुद्दे उठाए हैं, सोनिया गांधी उनपर बातचीत कर रही हैं.
रमेश चेन्निथला कहते हैं कि हमने भ्रष्टाचार को मुख्य मुद्दा बनाया है. इसके अलावा हम लोगों को सकारात्मक दृष्टिकोण से जोड़ने की कोशिश कर रहे हैं. हमने वादा किया है कि सरकार में आने पर न्याय योजना को लागू करेंगे. इसके साथ ही पेंशन को 1500 से बढ़ाकर 3000 किया जाएगा. मुफ्त में अस्पताल की सेवाएं देने की बात कही है. हम सत्ता में आते हैं तो केरल के लोगों का फ्री में इंश्योरेंस होगा और प्रीमियम सरकार भरेगी. इन्हीं प्रमुख मुद्दों के साथ हम जनता के बीच जा रहे हैं. इसके साथ ही चेन्निथला कहते हैं कि राहुल और प्रियंका गांधी के चुनावी दौरों से भी पार्टी को फायदा मिलेगा.