केरल में आई बाढ़ के बाद केन्द्र सरकार द्वारा खाड़ी देश यूएई से आर्थिक मदद के प्रस्ताव को ठुकराने का फैसला बीते कुछ दिनों से चर्चा में है. इस बीच यूएई के सुल्तान और शासक शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मक्तूम के केरल बाढ़ पर किए गए ट्वीट से नया विवाद खड़ा हो रहा है.
अरबी भाषा में सुल्तान मक्तूम, जो कि यूएई के शासक के साथ-साथ उप राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री भी हैं, ने रविवार को केरल बाढ़ के संदर्भ में दो ट्वीट किया है. इस ट्वीट की प्रतिक्रिया में हो रहे कमेंट से जाहिर है कि सुल्तान के ट्वीट ने लोगों की उत्सुकता बढ़ा दी है. वहीं फेसबुक पर इस ट्वीट पर प्रतिक्रिया दे रहे कई लोग दावा कर रहे हैं कि सुल्तान के किए गए ट्वीट के निशाने पर मोदी सरकार है.
दि वीक ने अरबी में किए गए सुल्तान के पहले ट्वीट के अनुवाद में कहा है कि सुल्तान कह रहे हैं कि ‘दो तरह के अधिकारी होते हैं. पहले किस्म के अधिकारी जनता की सेवा करते हैं और उन्हें आम आदमी के जीवन को सहज बनाने में खुशी मिलती है. ऐसे अधिकारियों की यही उपलब्धि होती है कि आम आदमी का जीवन बेहतर हुआ है. ऐसे अधिकारी बंद दरवाजों को खोलने का काम करते हैं, मुद्दों को सुलझाते हैं और हमेशा लोगों का फायदा देखते हैं.
वहीं अपने दूसरे ट्वीट में सुल्तान शेख मोहम्मदे लिखते हैं कि दूसरे किस्म के अधिकारी, ‘ अक्सर चीजों को कम आंकते हैं. आम आदमी की जिंदगी को ऐसे अधिकारी बेहद कठिन बना देते हैं. ऐसे अधिकारियों को खुशी भी तब मिलती है जब इनके दरवाजे पर जरूरतमंद लोगों की भीड़ खड़ी हो.
यूएई के सुल्तान ने अपने दूसरे ट्वीट को खत्म करते हुए लिखा है कि ऐसे ही देशों और सरकारों को सफलता मिलती है जहां पहले किस्म के अधिकारियों की संख्या दूसरे किस्म के अधिकारियों से बहुत ज्यादा हो.
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