केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने डॉलर स्मलिंग केस में अपना नाम आने के बाद केंद्र सरकार और जांच एजेंसियों पर निशाना साधा है. उन्होंने केंद्रीय जांच एजेंसियों पर केंद्र सरकार के इशारों पर काम करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद केंद्रीय जांच एजेंसियों की तरफ से जांच की गतिविधियां बढ़ गई हैं. उन्होंने कहा कि ED का KIIFB के खिलाफ जाना और कस्टम विभाग का हाईकोर्ट में बयान इसका उदाहरण है.
उन्होंने कहा कि केंद्रीय जांच एजेंसियां बीजेपी और कांग्रेस की KIIFB को खत्म करने की मंशा पर काम कर रही हैं.उन्होंने कहा कि KIIFB केरल और देश के लिए विकास का मॉडल रहा है. विजयन ने कहा कि अब कस्टम भी ऐसे ही काम कर रही है. कस्टम कमिश्नर का हाईकोर्ट में दिया गया बयान इस बात का सबूत है.
सीएम ने पी विजयन ने कहा कि कस्टम विभाग ने डॉलर स्मगलिंग केस में आरोपी के बयान का एक अंश चुना और कोर्ट के सामने रख दिया है. उन्होंने कहा कि केरल हाईकोर्ट के मुताबिक धारा 164 के तहत मजिस्ट्रेट के सामने दिए गए बयान को पब्लिक नहीं किया जाता है. लेकिन यहां ऐसा किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि कैबिनेट मिनिस्टर और स्पीकर को बदनाम करने के लिए कस्टम कमिश्नर खुद चुनाव अभियान में उतर चुके हैं.
उन्होंने कहा कि डॉलर स्मगलिंग केस में आरोपी स्वप्ना सुरेश ईडी, एनआईए की कस्टडी में रही हैं. उसने यह बात सिर्फ कस्टम से ही क्यों कहीं? विजयन ने कहा कि चुनाव के समय में जांच एजेंसी के अधिकारी राजनीतिक बयान दे रहे हैं और उसे मीडिया में भी चलवा रहे हैं. विजयन ने कहा कि बीजेपी और कांग्रेस नहीं चाहती है कि केरल में चुनाव शांति से हो इसलिए लोगों के बीच भय और भ्रम फैला रही है. उन्होंने कहा कि इन आरोपों से लोगों के बीच एलडीएफ की लोकप्रियता कम नहीं होगी.
पिनराई विजयन ने केंद्रीय मंत्री वी मुरलीधरन पर भी निशाना साधा. विजयन ने उनपर तंज कसते हुए कहा कि उनके चार्ज संभालने के बाद कितनी गोल्ड स्मगलिंग की गई. उन्होंने कहा कि संसद में इस मसले को लेकर जवाब दिए जाने के बाद भी मुरलीधरन अब भी उसी बात को क्यों दोहरा रहे हैं.