मौसम की बेरुखी ने नई केदारपुरी के निर्माण में अवरोध उत्पन्न कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्यों को अप्रैल तक पूरा किया जाना था, लेकिन धाम में भारी बर्फबारी के बाद इनमें विलंब होना तय है।
रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने कहा कि बर्फबारी से पुर्ननिर्माण कार्यो में रुकावट आई है, लेकिन प्रयास है कि कार्य तय समय पर ही पूरे हों। हालांकि सबकुछ मौसम के रूख पर निर्भर करेगा। दरअसल, 2015 के बाद यह पहला मौका है जब धाम में इतनी अधिक बर्फबारी देखने को मिली है।
वह बताते हैं कि अभी यह भी पता नहीं है कि भारी हिमपात से कार्यों को कितना नुकसान पहुंचा है। यह आकलन बर्फ साफ करने के बाद ही होगा। वह कहते हैं कि मौसम कब तक ऐसा रहेगा कहा नहीं जा सकता। इसके बाद बर्फ साफ करना भी एक बड़ी चुनौती होगी। एक माह से धाम पूरी तरह से अंधेरे में है। बिजली की तारें क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं, संचार सुविधा भी भंग है।
ये हैं प्रोजेक्ट
खुदाई कार्य मार्च तक होना था पूरा, लेकिन अभी 40 फीसद काम शेष।
पथ पर पत्थर लगाने का कार्य अप्रैल तक किया जाना था। 90 फीसद काम पूर्ण।
कुल 74 कक्षों का होना है निर्माण। पहले चरण में अप्रैल तक 28 कक्ष बनने थे, लेकिन 23 ही बने। इनमें भी काम बाकी।
सरस्वती नदी पर घाट का निर्माण
अप्रैल तक होना था पूरा। अभी 20 फीसद काम बाकी।