केंद्र सरकार ने 70 लाख राशन कार्ड धारकों को संदिग्धों की सूची में रखा है. इस रिपोर्ट के आधार पर राज्यों से इन पात्रों की हकीकत की जानकारी करने के लिए कहा गया है. इनमें से 60 से 70 प्रतिशत कार्ड कैंसल हो सकते हैं.
अगर आपके पास भी राशन कार्ड है और आप सस्ते सरकारी राशन का फायदा उठा रहा है तो यह खबर आपसे से जुड़ी हुई है. केंद्र सरकार की तरफ से बड़ा कदम उठाया गया है. केंद्र की मोदी सराकर ने नेशनल फूड सिक्योरिटी एक्ट (NFSA) के तहत फायदा पाने वाले 70 लाख लाख कार्ड धारकों को संदिग्धों की सूची में रखा गया है. साथ ही इस डाटा को ग्राउंड वेरिफिकेशन के लिए राज्यों के साथ शेयर किया गया है.
4.74 करोड़ राशन कार्ड को रद्द किया गया
इससे पता चल सकेगा कि जिन नामों को संदिग्ध की सूची में शामिल किया गया है वे NFSA के तहत राशन पाने के लिए पात्र हैं या नहीं. इस बारे में फूड सेक्रेटरी सुधांशु पांडे ने जानकारी देते हुए बताया कि साल 2013 से 2021 के बीच 4.74 करोड़ राशन कार्ड को रद्द किया जा चुका है. इसी तरह इस बार 70 लाख राशन कार्ड धारक को संदिग्धों की सूची में रखा गया है. इस डाटा की सही जानकारी जुटाने के लिए काम किया जा रहा है.
रद्द किए गए कार्डों की जगह नए लोग जोड़ गए
पांडे ने कहा कि यदि इन 70 लाख में से 50 से 60 प्रतिशत भी गलत पाए जाते हैं तो उनकी जगह नए पात्रों को मौका दिया जाएगा. यह लगातार चलने वाली प्रक्रिया है. उन्होंने बताया कि पिछले 9 साल में रद्द किए गए 4.74 करोड़ राशन कार्ड से करीब 19 करोड़ लोग लाभान्वित हुए. इन राशन कार्ड को रद्द किए जाने के बाद उनकी जगह नए पात्रों का नाम जोड़ा गया.
सरकार की तरफ से चलने वाली सतत प्रक्रिया
उन्होंने इस प्रक्रिया के बारे में बताया कि आज हो सकता है कोई व्यक्ति सरकार की राशन योजना के लिए पात्र हो. लेकिन आने वाले कल वह आर्थिक स्थिति में सुधार होने के कारण इसके लिए पात्र न रहे. हो सकता है उसका नाम सूची से हटा दिया जाए और उसकी जगह दूसरे को मौका दिया जाए.
सबसे ज्यादा राशन कार्ड 2016 में रद्द हुए
फूड मिनिस्ट्री की तरफ से शेयर किए गए डाटा के मुताबिक पिछले 9 साल में 4.74 करोड़ राशन कार्ड को राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों की तरफ से रद्द किया गया. साल 2016 में 84 लाख से ज्यादा राशन कार्डों को रद्द किया गया था. यह पिछले 9 साल के दौरान एक साल में रद्द किए गए सबसे ज्यादा कार्ड थे.
कोविड महामारी के दौरान साल 2020 और 2021 में 46 लाख राशन कार्ड रद्द किए गए. आपको बता दें 9 साल में रद्द किए गए 4.74 करोड़ राशन कार्ड में सबसे ज्यादा यूपी से थे. यूपी के अकेले इस दौरान 1.73 राशन कार्ड रद्द किए गए. इसके बाद पश्चिम बंगाल में 68.62 लाख और महाराष्ट्र में 42.66 लाख राशन कार्ड कैंसल किए गए.