एक ओर जहां कोरोना के मामले फिर बढ़ते जा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर वैक्सीनेशन को लेकर राजनीति भी हो रही है. गुरुवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि केंद्र सरकार को वैक्सीनेशन के नियमों में ढील देने की जरूरत है, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लग सके. इस पर शुक्रवार को केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे ने जवाब दिया है. अश्विनी चौबे ने कहा कि इस पर हम लोग लगातार काम कर रहे हैं. केंद्र और राज्य सरकारें मिल कर काम कर रही हैं. हमारी पूरी तकनीकी टीम इस पर काम कर रही है. हम उनको एडवाइजरी भी जारी कर रहे हैं.
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा था कि अब वक्त आ गया है कि 18 साल से ऊपर के सभी लोगों को वैक्सीन लगे. इस पर भी मंत्री अश्विनी चौबे ने जवाब दिया. उन्होंने कहा कि वैक्सीन पहले किसे लगेगी, इसके मानक एक्सपर्ट तय करते हैं. ये ना तो कोई पॉलिटिशियन तय करते हैं, ना मुख्यमंत्री और ना ही केंद्र के स्वास्थ्य मंत्री. जब टेक्निकल टीम को पूरी तरह से भरोसा हो जाता है, तब आगे बढ़ते हैं. उन्होंने ये भी कहा कि पहले फ्रंटलाइन और हेल्थकेयर वर्कर्स का वैक्सीनेशन तो खत्म करके दिखाइए. हमारी ओर से कहीं कोई कमी नहीं है.
मंत्री अश्विनी चौबे ने बताया कि हमारी टीम रोज रिव्यू कर रही है. दवाई के साथ कोई ढिलाई नहीं. कोई लापरवाही ना बरतें. होली का त्योहार आने वाला है, उसे सादगी से मनाएं, खासकर उन राज्यों में जहां कोरोना फैल रहा है.
उन्होंने ये भी बताया कि अभी तक वैक्सीन के करीब 4 करोड़ डोज ही लगे हैं. अगर 70 फीसदी वैक्सीनेशन हो जाता है, तो उसका प्रभाव दिखता है. उनका कहना है कि वैक्सीन का कोई साइड इफेक्ट नहीं है. अगर कहीं कोई रिएक्शन होता भी है, तो उसका भी इलाज है.
सीएम केजरीवाल ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर केंद्र सरकार की वैक्सीनेशन प्रोसेस पर सवाल उठाते हुए कहा था कि केंद्र की गाइडलाइंस बहुत सख्त है, इसमें थोड़ी ढिलाई होनी चाहिए. अगर ढिलाई होगी तो हमें नए वैक्सीनेशन के लिए नए केंद्र खोलने में आसानी होगी. उन्होंने केंद्र से अपील की थी कि अब 18 साल से ऊपर के सभी लोगों का वैक्सीनेशन शुरू कर देना चाहिए. केजरीवाल ने कहा था कि अगर केंद्र सरकार नियमों में ढिलाई दे तो हम 3 महीने में पूरी दिल्ली को वैक्सीन लगा सकते हैं.