दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने रविवार को पंजाब के मोगा में किसान महापंचायत को संबोधित करते हुए केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा. किसान महापंचायत कृषि कानून के विरोध में और किसानों की मांगों के समर्थन में AAP द्वारा बुलाई गई. यहां सीएम केजरीवाल ने आरोप लगाया कि किसान आंदोलन से जुड़े होने के कारण मोदी सरकार मुझे परेशान कर रही है.
सीएम अरविंद केजरीवाल ने किसान महापंचायत को संबोधित करते हुए कहा कि दूर-दूर तक जहां नज़र जा रही है, पूरे पंजाब से लोग भारी संख्या में आए हुए हैं. मैं सभी को सैल्यूट करता हूं. उन्होंने कहा कि मैं पंजाब के किसानों को सैल्यूट करने दिल्ली से आया हूं. जिस तरह से मोदी सरकार ने 3 काले कानून पास किए उसके खिलाफ सबसे पहले पंजाब में आंदोलन उठा. जो आग पंजाब में लगाई वो आज देशभर में है.
सीएम केजरीवाल ने कहा कि पंजाब वीरों की धरती है, इस बार कृषि कानून के खिलाफ पंजाब के किसान ने लीडरशिप ली है. ये आंदोलन हर बच्चे का आंदोलन बन गया है. दिल्ली के घर-घर के अंदर ये आंदोलन पहुंच गया है. उन्होंने कहा कि सूरत में आम आदमी पार्टी बीजेपी के गढ़ में 27 सीट जीत गई.
केजरीवाल ने बंगाल चुनाव पर कहा कि मेरी ममता बनर्जी से बात हुई, बंगाल के लोग किसानों के साथ हैं. आज किसान आंदोलन हर देशभक्त का आंदोलन है. मैं इस आंदोलन में शुरुआत से जुड़ गया, जिसका हर्जाना ये मिला कि मोदी सरकार मुझे परेशान कर रही है. केंद्र सरकार दिल्ली सरकार की पावर छीनने के लिए संसद में बिल लेकर आ रही है.
दिल्ली के सीएम ने कहा कि मुझे पता है मोदी सरकार से कैसे लड़ना है. जबतक दिल्ली में हूं, किसान चिंता न करें. दिल्ली पुलिस ने मुझे घर पर नज़रबंद कर दिया और किसानों से मिलने नहीं दिया था. किसानों के आंदोलन को बदनाम करने की खूब कोशिश की. बीजेपी के जितने लोगों ने गालियां दीं, आम आदमी पार्टी ने उन सब पर केस कर दिया. केजरीवाल ने कहा कि 70 साल से राजनीतिक दलों ने किसानो को धोखे के अलावा कुछ नहीं दिया. ये तीनों कानून लागू हो गए तो किसान की जमीन और खेती नहीं बचेगी.
केजरीवाल ने पंजाब के सीएम पर निशाना साधते हुए कहा कि कैप्टन साहब ने बड़े-बड़े वादे किए थे. कैप्टन साहब ने स्मार्ट फोन देने का वादा किया था, किसानो का कर्जा माफ करने का ऐलान किया था. बुजुर्ग पेंशन ढाई हजार करने का ऐलान किया था, हर घर में नौकरी का ऐलान किया था…लेकिन आज कैप्टन साहब का कार्ड लेकर आया जिसमें लिखा है बेरोजगारी भत्ता कार्ड. ये कार्ड 20 लाख नौजवानों को बांटा था, लेकिन एक युवा को नौकरी नहीं मिली.