पुलवामा आतंकी हमले के बाद पूरे देश में पाकिस्तान के प्रति जबर्दस्त गुस्सा है। मोदी सरकार के एमएफएन का दर्जा खत्म करने और हुर्रियत नेताओं की सुरक्षा वापस लेने के बाद पेटलावद के किसानों ने भी बड़ा फैसला किया है। झाबुआ के किसानों ने पाकिस्तान को टमाटर भेजने से इंकार कर दिया है। उनका कहना है कि दो साल से टमाटर पाकिस्तान नहीं जा रहा है और हमने तय किया है कि अब मांगने पर भी पाकिस्तान को टमाटर नहीं भेजेंगे। पाकिस्तान हमारे जवानों को यूं बेहरमी से मार रहा है। इसलिए हमें भी ईंट का जवाब पत्थर से देना होगा। चाहे हमें इससे कितना ही नुकसान क्यों न हो जाए। किसानों ने सरकार से मांग करते हुए कहा है कि रावी और सिंधु नदी का जो पानी पाकिस्तान जा रहा है, उसे भी रोक दिया जाए।
दरअसल झाबुआ जिले की पेटलावद तहसील मे टमाटर एक्सपोर्ट क्वालिटी का होता है, जिसकी मांग पाकिस्तान में बहुत है। टमाटर निर्यात के चलते किसानों को खासा मुनाफा भी होता है, लेकिन पुलवामा में आतंकी हमले में शहीद हुए 40 जवानों की खबर ने किसानों को अंदर तक झकझोरकर रख दिया है। उनका गुस्सा शांत नहीं हो रहा। किसान अब मुनाफे के बजाय देश और सेना की बात कर रहे हैं।
बता दें कि पिछले दो वर्ष से किन्हीं कारणों के चलते पेटलावद के किसान पाकिस्तान टमाटर नहीं भेज रहे थे, लेकिन अब उन्होंने इसका पक्का इरादा कर लिया है कि चाहे उनकी उपज यूं ही सड़ जाए, लेकिन वह गद्दार पाकिस्तान को टमाटर नही भेजेंगे। पाकिस्तान की सरकार उनसे टमाटर विक्रय का आग्रह भी करेगी तो भी वह टमाटर नहीं भेजेंगे।
जिले में टमाटर की 75 प्रतिशत खेती पेटलावद व रायपुरिया क्षेत्र में होती है। यहां का टमाटर रतलाम, गुजरात, दिल्ली, हरियाणा व राजस्थान की मंडी तक जाता है। जिले में टमाटर की 75 प्रतिशत खेती पेटलावद व रायपुरिया क्षेत्र में होती है। यहां प्रति बीघा 600 से 800 कैरेट का उत्पादन होता है। यदि पानी का माध्यम पर्याप्त है तो उत्पादन 1000 से 1200 कैरेट तक तक भी पहुंचा जाता है। यहां का टमाटर 50 ग्राम से लेकर 150 ग्राम तक वजनी होती है। पूरे सीजन में प्रति बीघा टमाटर उत्पादन में 50 से 75 हजार रुपए तक का खर्चा आता है। इसमें दवाई, मजदूरी, बीज, तार, बांस, सुतली, खाद, कैरेट, परिवहन आदि शामिल हैं।
किसान यूनियन संघ के जिलाध्यक्ष महेंद्र हामड़, किसान नेता जीवन पाटीदार और उन्नात किसान बालाराम पाटीदार, प्रदीप परमार आदि के अनुसार पेटलावद क्षेत्र से टमाटर दिल्ली के साथ हरियाणा, पंजाब, पटियाला, अहमदाबाद, भोपाल, इंदौर की ओर भेजा जाता रहा है। पाकिस्तान में हमारे यहां का टमाटर 200 से 250 रुपए प्रति किलो तक भी बिका है। इससे बड़ी बात और क्या होगी, लेकिन अब भले ही किसानों को घाटा हो तो भी वह अपने उपज को दुश्मन के यहां नही बेचेंगे।