मध्य प्रदेश समेत देश के कई राज्यों के किसान आंदोलन पर आमादा हैं. लेकिन केंद्र में सामाजिक न्याय एवं आधिकारिता मंत्री थावर चंद गहलोत ने अपनी सरकार की किसान नीति की तारीफ की है. खास बातचीत में उन्होंने इस मसले के अलग-अलग पहलुओं पर अपनी राय रखी. हालांकि केंद्र की ओर से किसानों को कर्जमाफी का भरोसा नहीं दिया.
गहलोत ने दावा किया कि शिवराज सरकार ने किसानों के हित में कई काम किये हैं. उन्होंने याद दिलाया कि उनकी सरकार में किसानों को ब्याजुमक्त कर्ज दिया जाता है. गहलोत का कहना था कि मध्य प्रदेश में किसानों को 1 लाख के लोन के बदले सिर्फ 90 हजार रुपये देने होते हैं. जबकि दो लाख रुपये के बदले सिर्फ 1.80 लाख ही चुकाने होते हैं. हालांकि कर्ज माफी के मसले को उन्होंने राज्य सरकार के पाले में डाला. गहलोत का कहना था कि राज्य सरकारें अपनी अर्थव्यवस्था की सेहत के हिसाब से ये फैसला लेती हैं. उन्होंने भरोसा जताया कि शिवराज सिंह चौहान के उपवास के बाद किसानों का आंदोलन खत्म हो जाएगा. गहलोत का कहना था कि आंदोलनकारी किसान मुख्यमंत्री से कभी भी मिल सकते हैं.
‘हिंसा प्रभावित किसानों को मिलेगा इंसाफ’
गहलोत ने कहा कि मंदसौर में गोलीबारी में मारे गए किसानों के परिवारों को 1 करोड़ रुपये का मुआवजा दिया गया है. गोलीबारी की न्यायिक जांच चल रही है और दोषियों पर सख्त कार्रवाई होगी. उन्होंने माना कि किसानों पर गोली चलाना ठीक नहीं था. लेकिन कोई भी आंदोलन हिंसक नहीं होना चाहिए.
गहलोत ने आरोप लगाया कि मंदसौर में हिंसा के पीछे कांग्रेस के नेताओं का हाथ है. उन्होंने दावा किया कि किसानों की हालत को लेकर कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने जो सवाल उठाए हैं, उनपर मध्य प्रदेश सरकार पहले से काम कर रही है. उनकी राय में कांग्रेस को तो शिवराज सिंह चौहान सरकार की कृषि नीति की तारीफ करनी चाहिए.