किसानों और केंद्रीय मंत्रियों की चंडीगढ़ में बैठक होगी। मुख्यमंत्री भगवंत मान भी इसमें शामिल होंगे। हरियाणा के 15 जिलों में और चंडीगढ़ में भी धारा-144 लगाई गई है। सात जिलों में मोबाइल इंटरनेट बंद है।
पंजाब और हरियाणा के 26 किसान संगठनों ने 13 फरवरी को दिल्ली कूच की पूरी तैयारी कर ली है। रविवार शाम तक पंजाब से बड़ी संख्या में किसान हरियाणा बॉर्डर पर जमा हो गए हैं। वहीं, भारतीय किसान यूनियन उगराहां गुट के नेता जोगिंदर सिंह उगराहां ने 16 फरवरी को भारत बंद का एलान किया है। इस बीच किसानों की तैयारियों को देखते हुए हरियाणा पुलिस और प्रशासन ने शंभू बॉर्डर के बाद रविवार को अंबाला-चंडीगढ़ हाईवे स्थित झरमड़ी बॉर्डर भी बंद कर दिया गया।
हरियाणा सरकार ने किसानों को रोकने के लिए बीएसएफ की भी तैनाती की गई है। 15 जिलों में धारा 144 लगा दी गई है। इनमें रोहतक, सोनीपत, झज्जर, जींद, कुरुक्षेत्र, कैथल, अंबाला, सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, भिवानी और पंचकूला शामिल हैं। सात जिलों अंबाला, कुरुक्षेत्र, कैथल, जींद, हिसार, फतेहाबाद, सिरसा और डबवाली में मोबाइल इंटरनेट बंद कर दिया गया है। चंडीगढ़ में भी प्रशासन ने धारा-144 लगा दी है।
इसके साथ ही हरियाणा में अलग-अलग जिलों में पाबंदियों को और सख्त कर दिया है। इस बीच, 12 फरवरी को केंद्रीय मंत्रियों और किसान नेताओं के बीच चंडीगढ़ में अहम बैठक होगी। दूसरे दौर की यह बैठक चंडीगढ़ में शाम पांच बजे सेक्टर-26 के महात्मा गांधी स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में होगी। बैठक में केंद्र सरकार की ओर से केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, पीयूष गोयल और नित्यानंद राय और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और अलग-अलग किसान संगठनों के 10 प्रतिनिधि शामिल होंगे।
इससे पहले आठ फरवरी को किसान संगठनों और केंद्रीय मंत्रियों की एक दौर की बैठक हो चुकी है, जिसमें कुछ मांगें मानी गई थीं, लेकिन एमएसपी को कानून बनाने समेत कुछ मांगों पर सहमति नहीं बन पाई थी।
बैरिकेड व बोल्डर हटाने में सक्षम ट्रैक्टर तैयार
खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक, किसानों ने दिल्ली मार्च के लिए विशेष तरह के ट्रैक्टर तैयार किए हैं। इन ट्रैक्टरों में हाइड्रोलिक लगाए गए हैं जो बैरिकेड और बोल्डर हटाने में सक्षम हैं। पंजाब, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और दिल्ली सरकार को अलर्ट करते हुए एजेंसियों ने कहा है कि दिल्ली कूच के तहत पंजाब और हरियाणा के विभिन्न जगहों से एक साथ 25,000 से अधिक किसान 5,000 ट्रैक्टरों के साथ निकलेंगे।
घग्गर पुल पर चार लेयर में सुरक्षा व्यवस्था
अंबाला में हरियाणा-पंजाब की सीमा पर बने घग्गर पुल पर पुलिस ने चार लेयर में सुरक्षा तैयार की है। इसमें पहली तीन लेयर में कंकरीट के बैरिकेडिंग के ऊपर कंटीली तारें और आखिर में लोहे के कांटे बिछाए गए हैं। इन्हें ही सीमेंट और बजरी के घोल से पक्का किया गया है। घग्गर नदी के पुल पर किसानों की मूवमेंट की संभावना को लेकर जगह-जगह सीसीटीवी और जैमर लगाए गए हैं। किसानों को रोकने के लिए बीएसएफ की टुकड़ी सबसे आगे रहेगी। इसके बाद आरएएफ और फिर हरियाणा पुलिस के जवान मोर्चा संभालेंगे। साथ ही शाम को सुरक्षा बलों ने मॉकड्रिल की। इसमें आंसू गैस के गोले चलाकर देखे गए।
ट्रैक्टर में 10 लीटर से अधिक डीजल डालने पर रोक
सोनीपत उपायुक्त डॉ. मनोज कुमार ने पेट्रोल पंप संचालकों को पत्र लिखकर 12 व 13 फरवरी को सोनीपत में खुले में डीजल-पेट्रोल बेचने पर रोक लगा दी है। अब बोतल, कैन, ड्रम में पेट्रोल-डीजल नहीं दिया जाएगा। साथ ही दोनों दिन ट्रैक्टर में 10 लीटर से अधिक डीजल नहीं डालने की हिदायत दी गई है। उपायुक्त ने 13 फरवरी को शुगर मिल में गन्ना लेकर आने वाले किसानों को राष्ट्रीय राजमार्ग-44 की जगह स्थानीय मार्गों से होकर शुगर मिल पहुंचने का आह्वान किया है।
सड़क को तोड़कर गहरी खाई बनाई
दिल्ली कूच के लिए 13 फरवरी को पंजाब से आने वाले किसानों को रोकने के लिए फतेहाबाद के रतिया के गांव रोझांवाली के सेम नाले के पास पुलिस ने सड़क को तोड़कर गहरी खाई बना दी है, ताकि कोई भी बड़ा वाहन यहां से न गुजर सके। इसके अलावा हिसार के हांसी में पुलिस-प्रशासन ने मय्यड़ गांव में सड़क के दोनों तरफ जेसीबी की मदद से दस फुट गहरे गड्ढे करवाए हैं।
ट्रैक्टर पर हथियार बांधकर ले जाएंगे तो रोकेंगे: मनोहर लाल
पंचकूला। पंजाब के किसानों को हरियाणा में घुसने से रोकने के लिए प्रदेश के सभी बॉर्डर सील किए जा चुके हैं। अगर किसान ट्रैक्टर पर हथियार बांधकर ले जाएंगे तो हम उन्हें जरूर रोकेंगे। ये बातें हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने रविवार को पंचकूला में कहीं। वह सेक्टर-15 के जैन भवन में चलो बूथ अभियान में पहुंचे थे।
कंटीले तार लगाकर इंडिया व पंजाब का बार्डर न बनाओः मान
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने केंद्र सरकार से अपील की है कि वह किसानों की जायज मांगों को स्वीकार कर ले। सोशल मीडिया पोस्ट में उन्होंने लिखा, बड़े-बड़े कील और कंटीले तार लगाकर आप इंडिया और पंजाब का बार्डर न बनाओ। केंद्र सरकार किसानों के साथ बैठकर बात करे और उनकी जायज मांगें मान ले।