कम दूरी की दो बैलिस्टिक मिसाइलों के परीक्षण के बाद उत्तर कोरिया ने शुक्रवार को कहा कि उसने यह परीक्षण दक्षिण कोरिया द्वारा हथियारों की खरीद और अमेरिकी सेना के साथ संयुक्त सैन्य अभ्यास के जवाब में किया है।
उत्तर कोरिया की इस हरकत पर संयुक्त सैन्य अभ्यास कर रही अमेरिका-दक्षिण कोरिया संयुक्त सैन्य कमान (CFC) के प्रवक्ता ने कहा, ‘इससे हमें चिंतित होने की जरूरत नहीं है। यह हमारी सुरक्षा व्यवस्था को प्रभावित नहीं कर सकता।’
अमेरिका से चल रही बातचीत पर मंडराए संकट के बादल
उत्तर कोरिया की इस हरकत के बाद निरस्त्रीकरण को लेकर अमेरिका से चल रही बातचीत पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं। पिछले महीने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और किम की मुलाकात के वक्त दोनों के बीच बातचीत फिर शुरू करने पर सहमति बनी थी। उत्तर कोरिया के निरस्त्रीकरण को लेकर इस साल हनोई में दोनों नेताओं के बीच दूसरी शिखर वार्ता विफल हो गई थी, जिसके बाद उत्तर कोरिया पर कई प्रतिबंध लगा दिए गए थे।
अमेरिका ने नए सिरे से बातचीत की संभावना जताई
उत्तर कोरिया के मिसाइल परीक्षण पर प्रतिक्रिया देते हुए अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोंपियो ने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप और किम के बीच नए सिरे से बातचीत की अब भी संभावना है। उन्होंने कहा कि अंतिम मुलाकात में किम ने मध्यम दूरी और लंबी दूरी की मिसाइलों पर पाबंदी को लेकर सहमति जताई थी।
यूएन प्रतिबंध का हुआ उल्लंघन
उत्तर कोरिया का बैलिस्टिक मिसाइल परीक्षण संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से पारित प्रस्ताव का उल्लंघन है। उत्तर कोरिया हालांकि यूएन प्रतिबंधों को मानने से इन्कार करता है।