महाशिवरात्रि पर काशी आने वाला कोई भी भक्त खास नहीं होगा। बाबा विश्वनाथ धाम में मंगला आरती के बाद महादेव अनवरत दर्शन देंगे। भोग, शृंगार, सप्तर्षि आरती रात में शयन के साथ होंगी। इस दौरान काशी विश्वनाथ मंदिर में सुगम दर्शन की व्यवस्था पूरी तरह से बंद रहेगी।
देवाधिदेव महादेव के विवाह उत्सव में शामिल होने वाले भक्तों में कोई खास नहीं होगा। महाशिवरात्रि पर काशी विश्वनाथ मंदिर में सुगम दर्शन की व्यवस्था पूरी तरह से बंद रहेगी। मंगला आरती के अलावा सुगम दर्शन और सभी तरह की आरती के टिकट पर रोक लगा दी गई है। मंगला आरती के बाद महादेव अनवरत दर्शन देंगे।
इसके साथ ही भोग, शृंगार और सप्तर्षि आरती एक साथ शयन आरती के साथ होगी। पूरी रात महादेव का जागरण कराया जाएगा। शिवरात्रि की रात भर थोड़ी-थोड़ी देर तक होने वाली आरतियों के क्रम की वजह से मंगला आरती भी नहीं होगी।
महाशिवरात्रि की व्यवस्था पर मंथन के लिए शुक्रवार को मंदिर के पिनाक भवन में मंदिर प्रशासन और पुलिस अफसरों के साथ बैठक हुई। इसमें आगमन और निकास के लिए जिगजैग बैरिकेडिंग की जाएगी। ऐसी व्यवस्था होगी कि भक्त आधे घंटे के भीतर दर्शन कर लौट आएंगे। शिवभक्तों की सहूलियत के लिए मंदिर न्यास के 200 अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ ही वॉलेंटियर भी लगाए जाएंगे। मंदिर प्रशासन की ओर से वीवीआईपी भक्तों से भी अपील की जाएगी कि वे महाशिवरात्रि पर दर्शन से परहेज करें। यदि वे दर्शन के लिए आते हैं तो उन्हें आम लोगों की तरह ही झांकी दर्शन ही मिल सकेगा।
गोदौलिया से मैदागिन तक रहेगा नो व्हीकल जोन
महाशिवरात्रि पर गोदौलिया से मैदागिन और लक्सा तक पूरा क्षेत्र नो व्हीकल जोन रहेगा। इसके साथ ही सेंट्रल पैरामिलिट्री फोर्स के जवान भी पुलिस के साथ तैनात किए जाएंगे।
महाशिवरात्रि पर सुगम दर्शन सहित सभी तरह के टिकट पर रोक रहेगी। आठ मार्च की मंगला आरती के सभी टिकट बुक हो चुके हैं और नौ मार्च को मंगला आरती नहीं होगी। महाआयोजन में भक्तों के स्वागत की सभी तैयारी पूरी कर ली गई है। – विश्वभूषण मिश्र, मुख्य कार्यपालक अधिकारी, काशी विश्वनाथ मंदिर।