कांग्रेस अब गुरुधामों पर कब्जे करना चाहती है। इस बारे में कै. अमरिंदर भी बयान दे चुके हैं। जिस तरह से जिला परिषद चुनाव में कांग्रेस ने धक्केशाही की, गुरुद्वारा कमेटी के चुनाव में भी वह यही नीति अपना सकती है। यह आशंका शिरोमणि अकाली दल के सरपरस्त व पूर्व सीएम प्रकाश सिंह बादल ने यहां आयोजित रैली में जताई।
अकाली दल की ओर से आयोजित इस जबर विरोधी रैली में उन्होंने कहा कि अगर चुनाव में धक्केशाही करने की आदत कांग्रेस को पड़ गई तो अगले विधानसभा और लोकसभा चुनाव में भी वह एेसी कोशिश कर सकती है। कांग्रेस गुरूद्वारों में अपने नुमाइंदे और महंत बिठाना चाहती है। किसी भी बीमारी को अगर शुरू में पकड़ लो तो उसका इलाज हो जाता है, नहीं तो वह जानलेवा साबित हो सकती है। पूर्व सीएम ने यह उदाहरण देते हुए रैली में मौजूद पार्टी वर्करों को अपील की कि वह कांग्रेस की इन कोशिशों को सफल न होने दें और इस बारे में सावधान रहें।
कांग्रेस को पंथ विरोधी पार्टी बताते हुए बादल ने कहा कि पहले इंदिरा गांधी के कार्यकाल में हरिमंदिर साहिब पर फौजी हमला हुआ। फिर राजीव गांधी के पीएम रहते हुए दिल्ली में सिखों का कत्लेआम हुआ। कै. अमरिंदर सिंह अब इसी पार्टी की तरफ से सीएम बने हुए हैं और गुरूद्वारों पर कब्जा करना चाहते हैं फिर चाहे लॉ एंड अार्डर बिगड़ ही जाए।
मरे ते मुकरे दा की इलाज
पूर्व सीएम ने कै. अमरिंदर को डिक्टेटर बताया और कहा कि अकाली दल की इस रैली में रुकावट डालने के लिए कैप्टन ने अपने अफसरों से चर्चा भी की। इसके दौरान अफसरों ने सलाह दी कि चूंकि दूसरी ओर लंबी में कांग्रेस की रैली भी होनी है तो एेसा करना ठीक नहीं होगा। उन्होंने कहा कि अमरिंदर ने अपने सभी चुनावी वादे भुला दिए। इस बारे में वह ज्यादा कुछ कह भी नहीं सकते, क्योंकि पंजाबी में कहावत है, मरे ते मुकरे दा की इलाज। बादल ने इस रैली में अकाली वर्करों की मौजूदगी पर संतोष जताते हुए एेसी ही रैलियां पंजाब की माझा और दोआबा बेल्ट में करने के लिए भी मौके पर ही सुखबीर बादल को कहा। उन्होंने कहा कि एेसी रैलियों से ही पब्लिक ओपिनियन बनाया जा सकेगा जिससे कांग्रेस सरकार को हटाना आसान हो जाएगा।
बरगाड़ी में बेअदबी के बाद बादल दो रातें नहीं सोए: सुखबीर
बरगाड़ी में बेअदबी की घटना के बाद अकाली दर सरपरस्त प्रकाश सिंह बादल काफी दुखी हुए और दो रातें सोए नहीं थे। यह खुलासा अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल ने रविवार को यहां पार्टी की जब्र विरोधी रैली में किया। उन्होंने कहा कि जिन दिनों यह घटना हुई, तब राज्य में अकाली-भाजपा सरकार काफी अच्छे तरीके से काम कर रही थी।
उन्होंने कहा कि सरकार को बदनाम करने की साजिश के तहत ही कांग्रेस ने बेअदबी की घटनाओं को अंजाम दिया और इसमें उसका साथ गर्मख्याली दलों के साथ साथ आम आदमी पार्टी ने भी दिया। बाद में इन लोगों ने अकाली दल के खिलाफ बार-बार झूठी बयानबाजी राज्य की जनता को गुमराह कर दिया क्योंकि अगर कोई झूठ सौ बार भी बोला जाए तो वह भी सच लगने लगता है।
पंथ की बात पता नहीं जाखड़ कैसे कर रहे
अकाली दल प्रधान ने कहा कि कांग्रेस प्रधान सुनील जाखड़ बार-बार पंथ की बात कर रहे हैं जो कि उनकी समझ से परे है। उन्होंने कहा कि सुनील जाखड़ के पिता बलराम जाखड़ ने किसी समय कहा था कि अगर देश की अखंडता के लिए दो करोड़ सिखों को मारना पड़ा तो उससे भी वह पीछे नहीं हटेंगे। दिल्ली दंगों के लिए उग्र भीड़ को जगदीश टाइटलर और एचकेएल भगत ने उकसाया तो कांग्रेस द्वारा खुद को पंथक कहना बेतुका है।
अकाली दल बादल परिवार की जायदाद नहीं
सुखबीर ने कहा कि बार-बार कहा जाता है कि अकाली दल पर बादल परिवार काबिज है। उन्होंने कहा कि बादल परिवार को पार्टी की सेवा करने का मौका मिला है तो वह कर रहा है। अगले समय बाकियों को भी यह फर्ज निभाने का मौका मिल सकता है लेकिन किसी को भी अकाली दल को कमजोर करने का मौका नहीं दिया जाएगा।