बीकानेर जमीन घोटाले में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के बहनोई राबर्ट वाड्रा के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बड़ी कार्रवाई की है। इसके तहत ईडी ने वाड्रा की कंपनी स्काईलाइट हास्पिटैलिटी की कंपनी की 4.43 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त कर ली है। ईडी ने उनकी कंपनी स्काईलाइट हास्पिटैलिटी की दिल्ली स्थित संपत्तियों को अटैच किया है।
केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी के एक अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि राबर्ट वाड्रा की कंपनी एमएस स्काईलाइट हास्पिटैलिटी (पी) लिमिटेड का नाम अब एलएलपी है। नई दिल्ली के 268, सुखदेव विहार स्थित यह अचल संपत्ति राबर्ट वाड्रा की इसी कंपनी के नाम पर है। इसकी कीमत 4,43,36,550 रुपये है।
दरअसल बीकानेर में महाजन फायरिंग रेंज के निर्माण के दौरान विस्थापितों के लिए निर्धारित जमीन को कई बिचौलियों ने फर्जी नामों पर आवंटित करा लिया था। फर्जी नामों पर आवंटित 1375 बीघा जमीन को बाद में विभिन्न कंपनियों को बेच दिया गया। इनमें राबर्ट वाड्रा की कंपनी स्काईलाइट हास्पिटैलिटी ने 275 बीघा जमीन मात्र 72 लाख रुपये में खरीदी थी।
इस तरह स्काईलाइट हास्पिटैलिटी को 4.43 करोड़ रुपये का लाभ हुआ। इसके साथ ही वाड्रा से जुड़े चार लोगों को 18.59 लाख रुपये की भी आमदनी हुई थी। ईडी ने इसके साथ ही इन चारों से 18.59 करोड़ रुपये की चल संपत्ति को भी जब्त कर लिया है। लेकिन ईडी ने यह नहीं बताया कि किन चार लोगों की संपत्ति जब्त की गई है।
वैसे ईडी इस मामले में पहले ही दूसरे आरोपितों की 1.82 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त कर चुकी है। प्रवर्तन निदेशालय ने मनी लांड्रिंग के मामले के तहत नौ आरोपितों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया है। इस मामले में अब तक जब्त की गई कुल संपत्ति 6.44 करोड़ रुपये की है।